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    नई दिल्ली: देश के गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने राजधानी दिल्ली (Delhi) में मोदी @20 ड्रीम्स मीट डिलीवरी पुस्तक (Modi At 20 Book) के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित किया है। इस दौरान शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी जी के 20 साल का अनुभव जब तक इससे पहले के 30 साल का अध्ययन नहीं करते वो अधूरा रह जाएगा। मोदी जी के 5 दशक का सार्वजनिक जीवन, एक गरीबी के आंगन से उठकर PM बनने तक का सफर है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने अंतरिक्ष की नीति बनाकर विश्व में एक बहुत बड़ा बाजार भारत के लिए आज खोला है।

    गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि भारत ने कभी भी अंतरिक्ष के लिए अपनी नीति बनाने का सोचा नहीं था। मोदी जी ने अंतरिक्ष की नीति बनाकर आज विश्व में एक बहुत बड़ा बाजार भारत के लिए खोला है, अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत ग्लोबल लीडर बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि नीति निर्धारण करते वक्त छोटे से छोटे व्यक्ति के लिए वो नीति हो, नीति सर्व-समावेशी है, सर्व स्पर्शी हो, ये कहां से आता है? इसका जवाब प्रधानमंत्री मोदी जी का संगठन के काम में बीता 30 साल का समय है।

    गृहमंत्री अमित शाह ने कही ये बात-

    शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने के बाद नरेन्द्र मोदी जी ने संवेदनशील तरीके से समाज के अंतिम व्यक्ति के लिए योजनाएं कैसे बन सकती हैं, और उन्हें लोगों तक कैसे पहुंचाया जा सकता है, उसका उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया। वे बोले कि मोदी जी की योजनाओं का अनेक प्रकार से विश्लेषण हो सकता है, लेकिन मोदी जी ने योजनाओं को लोक कल्याण के लिए बनाया। गुजरात के कृषि महोत्सव के मॉडल का जो अध्ययन करेगा, उसको मालूम पड़ेगा कि परिवर्तन किस प्रकार से आता है।

    गृहमंत्री ने कहा कि पहले की सरकार के लिए कहा जाता था कि वो पॉलिसी पैरालिसिस वाली सरकार है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने 8 साल में नीति कैसे निर्धारित हो सकती हैं, इसके लिए उन्होंने दुनिया के सामने अध्ययन के लिए ढेर सारी सामग्री उपलब्ध कराई है।

    उन्होंने कहा कि मोदी सरकार लोगों को अच्छा लगे ऐसे फैसले नहीं लेती है, बल्कि मोदी सरकार ऐसे फैसले लेती है, जो लोगों के लिए अच्छे हों। वोट के लिए वो राजनीति नहीं करते हैं। दलित, आदिवासी, गरीब और पिछड़ों के लिए अथाह प्रेम और अथाह संवेदनशीलता उनकी विशेषता है।

    गृहमंत्री ने कहा कि मैंने मोदी जी से बड़ा श्रोता कोई नहीं देखा है। वो लोगों को सुनते भी बहुत एकाग्रता और धैर्य से हैं। वे समाज को ही अपना परिवार समझकर आगे बढ़े हैं। वो हमेशा रचनात्मक तरीके से और उच्च लक्ष्यों के लिए सोचते हैं। वो देश के लिए सबसे ज्यादा सोचते हैं।