नयी दिल्ली. PM नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज यानी रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में देश की जनता को संबोधित कर रहे हैं । PM नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) वैसे भी अलग-अलग मुद्दों पर अपनी बात रखते हैं और देश की जनता से रूबरू होते रहे हैं।
Do tune in to #MannKiBaat September 2020. https://t.co/f3sxuPzAXc
— Narendra Modi (@narendramodi) September 27, 2020
इस रेडियो कार्यक्रम को ऑल इंडिया रेडियो, डीडी और नरेंद्र मोदी मोबाइल एप्प पर सुना जा रहा है । आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम आकाशवाणी पर अलग-अलग भाषाओं में प्रसारित हो रहा है । हिंदी प्रसारण के ठीक बाद अन्य भाषाओं में भी इस कार्यक्रम का प्रसारण होने वाला है ।
बता दें कि पिछले महीने अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में PM नरेंद्र मोदी ने लोकल के लिए वोकल बनने की अपील की थी। खासकर खिलौना निर्माण में भारतीय लोगों को आगे आने की भी अपील उन्होंने की थी।
सुनिए क्या कह रहे हैं PM नरेन्द्र मोदी देश कि जनता से:
- आज अपने संबोधन में PM मोदी ने लोगों से कोरोना काल में सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की अपील की है । मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के समय में दो गज की दूरी बनाए रखना बेहद जरूरी है। प्रधानमंत्री ने कहा, कोरोना के इस कालखंड में पूरी दुनिया अनेक परिवर्तनों के दौर से गुजर रही है। आज, जहाँ दो गज की दूरी एक अनिवार्य जरूरत बन गई है, तो इसी संकट काल ने, परिवारों के सदस्यों को आपस में जोड़ने और करीब लाने का काम भी किया है।
- PM मोदी ने कहा, “हमें, जरूर एहसास हुआ होगा कि हमारे पूर्वजों ने जो विधायें बनाई थीं, वो आज भी कितनी महत्वपूर्ण हैं और जब नहीं होती हैं तो कितनी कमी महसूस होती है।”
- PM मोदी ने कहा, “हर परिवार में कोई-न-कोई बुजुर्ग, बड़े व्यक्ति परिवार के, कहानियां सुनाया करते थे और घर में नई प्रेरणा, नई ऊर्जा भर देते हैं।”
- PM मोदी ने कहा, “आपको बताऊँ कि कहानियां, लोगों के रचनात्मक और संवेदनशील पक्ष को सामने लाती हैं, उसे प्रकट करती हैं। अगर आपको कहानी की ताकत को महसूस करना हो तो जब कोई मां अपने छोटे बच्चे को सुलाने के लिए या फिर उसे खाना खिलाने के लिए कहानी सुना रही होती है।
- PM मोदी ने कहा, “कहानियां संवेदनशील पक्षों को सामने लाती हैं। जब मां बच्चे को खाना खिलाने के लिए कहानी सुनाती है, उसे देखना दिलचस्प होता है। लंबे समय तक मैं घुमंतू रूप में रहा हूँ । कई घरों में जाता था। मैं भी बच्चों को कहानियां सुनाता था। वे कहते थे, अंकल चुटकुले सुनाइए। मैं हैरान रह गया कि घरों में कहानियों की परंपरा अब खत्म सी हो गई है । हमारे यहां तो हितोपदेश, पंचतंत्र जैसी कहानियों की परंपरा रही है। दक्षिण भारत में ही ऐसी कई परंपरा है, जिसे विल्लूपाट कहते हैं। कई लोग इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। अमर व्यास कहानियों को आगे बढ़ाने में कोशिश में भी जुटे हुए हैं।”
- इसके बाद PM मोदी ने स्टोरी टेलर अपर्णा अत्रेया से बात की। अपर्णा ने बताया कि, “मैं बैंगलोर स्टोरी टेलिंग सोसाइटी की ओर से आपको बधाई देना चाहती हूं। मेरे पति एयरफोर्स में हैं, मैं पैशनेट स्टोरी टेलर हूं। मुझे बच्चों को कहानी के जरिए शिक्षा देने का मौका मिला। दादी से कहानियां सुनने के दौरान ही मुझे लगा कि बच्चों के साथ ऐसा करना काफी दिलचस्प होगा।” अपर्णा के साथ उनकी टीम में शामिल कई महिलाओं ने PM मोदी से स्टोरी टेलिंग को लेकर बात की। अपर्णा ने PM मोदी को विजयनगर साम्राज्य के राजा कृष्णदेव राय और उनके मंत्री तेनालीराम की कहानी भी सुनाई जिसे सुन मोदी बहुत खुश हुए ।
- PM मोदी ने कहा कि, “कोरोना संकट के काल में भी कृषि क्षेत्र ने अपना दमखम दिखाया है। देश के किसान, गांव जितना मजबूत होंगे, देश उतना आत्मनिर्भर होगा।”
- PM मोदी ने आगे कहा कि, ” हमारे यहां यह कहा जाता है कि, जो जमीन से जितना जुड़ा होता है, वो बड़े से बड़े तूफानों में भी अडिग रहता और संयमित है। कोरोना के इस कठिन समय में हमारा कृषि क्षेत्र, हमारा किसान इसका सबसे जीवंत और अहम् उदाहरण है।
- PM मोदी ने इसके पहले कहा कि, ” परिवार में हर हफ्ते कहानियों के लिए समय निकालिए। इसके लिए करुणा, वीरता, प्रेम जैसे विषय भी निर्धारित करें । मैं हर स्टोरी टेलर से कहना चाहता हूं कि हम आजादी का 75वां साल मनाने जा रहे हैं। क्या आजादी से लेकर अब तक की घटनाओं को कहानियों में गढ़ सकते हैं क्या यह कितना अच्छा होगा ना।”
- PM मोदी ने इसके पहले कहा कि, “हरियाणा के एक किसान भाई में मुझे बताया कि कैसे एक समय था जब उन्हें मंडी से बाहर अपने फल और सब्जियां बेचने में दिक्कत आती थी। लेकिन अब 2014 में फल और सब्जियों को APMC Act से बाहर कर दिया गया, इसका उन्हें और आसपास के साथी किसानों को भी बहुत फायदा हुआ।
- इसके बाद शहीद भगत सिंह को याद करते हुए PM ने कहा कि, “भगत सिंह जैसा जज्बा हमारे दिलों में होना चाहिए। भगत सिंह का देश की आजादी में उनका बहुत बड़ा योगदान है। शहीद वीर भगत सिंह का नमन करता हूं। उस 23 साल के युवक से अंग्रेजी हुकूमत डर गई थी।”
- इसके बाद महात्मा गांधी को याद करते हुए PM मोदी ने कहा कि, “गांधी जी के विचार आज पहले से ज्यादा ज्यादा प्रासंगिक हैं। आज 2 अक्टूबर हमारे लिए प्रेरक और पवित्र दिवस है।”