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    नयी दिल्ली. आज जहाँ दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों के आंदोलन (Farmer’s Protest) को पूरा एक साल हो गया है। वहीं आज आज पंजाब, यूपी और हरियाणा के किसान दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर आकर अपना प्रदर्शन कर रहे हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के कृषि कानून निरस्तीकरण के ऐलान के बाद किसानों ने अब दिल्ली कूच का नारा दिया और इसके चलते अब आज कई राज्यों के किसान दिल्ली पहुंचने वाले हैं। 

    बता दें कि बीते साल 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली (Tractor Rally) के नाम पर जो कुछ किया था उसके बाद से दिल्ली पुलिस भी अब काफी अलर्ट है और दिल्ली के बॉर्डर्स पर एक बार फिर से बैरीकेडिंग की जा चुकी  है। इशार किसान संगठनों ने भी केंद्र की मोदी सरकार को अपनी मांगों पर झुकाने के लिए एक नयी योजना तैयार कर ली है। ये प्लान एकदम साफ है कि जब तकMSP समेत 6 मांगों पर मोदी सरकार उनके पक्ष में फैसला नहीं करती तब तक ये किसान आंदोलन जारी रहेगा। वहीं सूत्रों के अनुसार किसान संगठनों का प्लान यहां तक है कि पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव तक ये आंदोलन सतत जारी रहेगा।

    इधर इस मामले पर किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने आज कहा कि, “आज सभी बॉर्डरों पर लोग आएंगे और बातचीत करेंगे। अभी तो आंदोलन चल रहा है। केंद्र सरकार अगर बातचीत करेगी तो आगे का समाधान निकलेगा, वे बात ही नहीं करना चाहते हैं। बिना बात के कैसे समाधान निकलेगा।”

    वहीं अब पुलिस भी मौके की नजाकत को देखते हुए लामबंद है, इस बाबत दिल्ली पुलिस के PRO चिन्मय बिस्वाल ने बताया कि, “किसानों द्वारा 26 नवंबर को आवाहन दिया गया है उस पर पुलिस की पूरी नजर है। इंतजाम किए गए हैं, जिससे कोई भी कानून को अपने हाथ में ना ले। हम सबसे अपील करते हैं कि कानून व्यवस्था को बनाएं रखें और पुलिस का इस कार्य में सहयोग करें।”