HD Deve Gowda
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बेंगलुरु. जनता दल (सेक्यूलर) के सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह 28 मई को नई दिल्ली में नए संसद भवन के उद्घाटन में भाग लेंगे । उन्होंने कहा कि यह देश की संपत्ति है और करदाताओं के पैसे से बनाया गया है। जद (एस) के संरक्षक ने सवाल किया कि क्या यह भाजपा और आरएसएस का कार्यालय था जिसके उद्घाटन का बहिष्कार करना था? प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को इस इमारत का उद्घाटन करने वाले हैं। गौड़ा ने कहा, “मैं नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल हो रहा हूं। यह देश की संपत्ति है। यह किसी का निजी मामला नहीं है।”

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद यहां जद (एस) की आत्ममंथन बैठक में उन्होंने कहा कि यह किसी का निजी कार्यक्रम नहीं है, यह देश का कार्यक्रम है। उन्होंने कहा, “वह शानदार इमारत देश के लोगों के कर के पैसे से बनाई गई है। यह देश से संबंधित है। यह भाजपा या आरएसएस का कार्यालय नहीं है।”

पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि वह पूर्व प्रधानमंत्री और देश के नागरिक के तौर पर नए संसद भवन के उद्घाटन में हिस्सा ले रहे हैं। अब तक 21 विपक्षी दलों ने कहा है कि वे उद्घाटन समारोह में शामिल नहीं होंगे। ये दल राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के बजाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन का विरोध कर रहे हैं।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार देवेगौड़ा ने कहा कि राजनीतिक तौर पर भाजपा का विरोध करने की उनके पास कई वजह हैं, “मैं संसद भवन के उद्घाटन के मामले में राजनीति नहीं लाना चाहता।” उन्होंने कहा, “मैं संसद के दोनों सदनों के लिए निर्वाचित हुआ हूं। मैंने वहां संवैधानिक ढांचे में कर्तव्य निर्वहन किया है, और मैं अब भी (राज्यसभा का) सदस्य हूं।”

उन्होंने कहा, “मैंने संविधान के मूल्यों की रक्षा के लिए काम किया है। इसलिए मैं संविधान के मामले में राजनीति नहीं ला सकता।” गौड़ा ने कहा, “…मैं संविधान के लिए प्रतिबद्ध हूं और मैं नए संसद भवन के उद्घाटन में शामिल होउंगा।” (एजेंसी)