nia
File Photo

    Loading

    जम्मू-कश्मीर. एक बड़ी खबर के अनुसार राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने ‘वॉयस ऑफ हिंद’ (Voice of Hind) पत्रिका के प्रकाशन और IED की बरामदगी के संबंध में जम्मू और कश्मीर में एक साथ  16 स्थानों पर आज छापेमारी की है।  इस बाबत जानकारी देते हुए एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि, दरअसल इस पत्रिका का उद्देश्य राज्य के के प्रभावशाली युवाओं को उकसाना और उन्हें कट्टरपंथी बनाना है। 

    NIA की मानें तो, एक IED रिकवरी मामले के सिलसिले में भी यहाँ छापेमारी की गई थी।  बता दें कि ‘वॉयस ऑफ हिंद’ (VOH) मासिक आधार पर प्रकाशित की जाने वाली एक प्रचार पत्रिका है, जिसका मौजूदा उद्देश्य अलगाव और सांप्रदायिक घृणा की भावना पैदा करने के लिए भारत में एक कपोल= कल्पित अन्याय की एक विषम कहानी गढ़ के यहाँ के प्रभावशाली युवाओं को उकसाना और उन्हें कट्टरपंथी बनाना है। 

    इसके पहले NIA ने हाल ही में कर्नाटक के भटकल में दो स्थानों पर भी छापेमारी की थी और पत्रिका ‘वॉयस ऑफ हिंद’ मामले में मुख्य आरोपी जुफरी जवाहर दामुदी को यहाँ से अपनी गिरफ्त में लिया था।  दरअसल भारत के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए देश के प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) में भर्ती करने के लिए की जा रही बड़ी साजिश के सिलसिले में एक मामला इस साल 29 जून को दर्ज किया गया था। 

    पत्रिका के माध्यम से ISIS में भर्ती के लिए लिया जा रहा प्रोत्साहित 

    NIA ने यह भी बताया कि भारत में ISIS कैडरों के साथ-साथ अलग अलग संघर्ष क्षेत्रों से एक्टिव ISIS आतंकवादियों ने अपना एक झूठा ऑनलाइन पहचान बनाकर एक नेटवर्क भी बनाया है जिसमें ISIS से संबंधित प्रचार सामग्री को कट्टर बनाने और सदस्यों को ISIS की तह में भर्ती करने के लिए प्रसारित किया जाता है।  फिलहाल NIA मामले की सघनता से छानबीन कर रहे हैं।