महंगाई पर चर्चा: लोकसभा में बोली निर्मला सीतारमण- गरीब पर कोई भार नहीं, जैसे पहले मिलता था वैसा ही मिलेगा 

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    नई दिल्ली: देश में बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि, केवल ब्रांडेड वस्तुओं के ऊपर वैट लगाया गया है। खुले में मिलने वाली वस्तुओं पर कोई टैक्स नहीं है। देश का गरीब को पहले जिस तरह मिलता था आगे भी वैसे ही मिलेगा। इसी के साथ उन्होंने स्पष्ट किया है कि, किसी भी इमर्जेन्सी सेवाओं के ऊपर कोई टैक्स नहीं लगाया गया है। वित्तमंत्री ने विपक्ष पर भ्रम फ़ैलाने का आरोप भी लगाया।

    वित्त मंत्री ने कहा, “हमें देखना होगा कि दुनिया में क्या हो रहा है और भारत दुनिया में क्या स्थान रखता है। विश्व ने ऐसी महामारी का सामना पहले कभी नहीं किया।महामारी से बाहर आने के लिए हर कोई अपने स्तर पर काम कर रहा है, इसलिए मैं भारत के लोगों को इसका श्रेय देती हूं।”

    उन्होंने कहा, “विपरीत परिस्थितियों के बावजूद पिछले 2 साल में भारत को विश्व बैंक, IMF और दूसरी वैश्विक संस्थाओं द्वारा विश्व की विकास दर और भारत की विकास दर के बारे में कई बार आकलन है।”

    सीतारमण ने कहा, “हर बार जब उन्होंने आकलन किया है, विश्व की विकास दर उस अवधि में अनुमान से कम रही है, भारत की भी विकास दर अनुमान से कम रही है, लेकिन हर बार भारत की विकास दर सर्वाधिक रही है।”

    भारत में मंदी की संभावना शून्य 

    वित्त मंत्री ने कहा, “अमेरिका की GDP में दूसरी तीमाही में 0.9% की गिरावट दर्ज़ की गई और पहली तिमाही में 1.6% की गिरावट दर्ज़ की गई थी। जिसे उन्होंने अनौपचारिक मंदी का नाम दिया। भारत में मंदी या मुद्रास्फीतिजनित मंदी का सवाल ही नहीं उठता।” उन्होंने आगे कहा, “ब्लूमबर्ग की सर्वे में बताया गया है कि भारत में मंदी की संभावना शून्य है।”

    बैंकों का एनपीए छह साल में सबसे कम 

    केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, “भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक के सकल NPA 2022 में 6 साल में सबसे निचले स्तर 5.9% पर हैं। चीन के 4000 बैंक दिवालिया होने के कगार पर हैं परन्तु भारत में NPA कम हो रहे हैं।” उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार के प्रयासों के चलते सरकार पर कर्ज़ GDP का 56.9% है। IMF के डेटा के अनुसार भारत दूसरे देशों की तुलना में काफी अच्छी स्थिति में है जहां औसतन सरकार पर कर्ज़ GDP का 86.9% है।”

    जीएसटी पांच महीने से 1.4 लाख करोड़ के पार

    GST संग्रह पिछले 5 महीनों से लगातार 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। 8 इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में जून में डबल डिजिट में बढ़ोतरी हुई। जून में कोर सेक्टर में वार्षिक दर से 12.7% की बढ़ोतरी दर्ज़ की गई। भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत सकारात्मक संकेत दिखा रही है। उन्होंने कहा, “महामारी, दूसरी लहर, ओमाइक्रोन, रूस-यूक्रेन (युद्ध), आज भी चीन में सबसे बड़े आपूर्ति घटक लॉकडाउन में हैं… इसे मान्यता देनी होगी।”

    राजन ने माना सरकार ने किया अच्छा काम

    विपक्ष को जवाब देते हुए पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के बयान का हवाला देते हुए सीतारमण ने कहा, “शनिवार को रघुराम राजन ने कहा कि “RBI ने भारत में विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने, भारत को पाकिस्तान और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों की समस्याओं से बचाने के लिए अच्छा काम किया है।” उन्होंने कहा, “भारत को अपने कमजोर पड़ोसियों से अलग करते हुए, रघुराम राजन ने आगे कहा कि “नई दिल्ली कम ऋणी है”, इसे एक अच्छा संकेत।”

    ज्ञात हो क, बढ़ती महंगाई को लेकर विपक्ष मानसून सत्र के पहले दिन से चर्चा करने के मांग कर रहा था। इसको लेकर विपक्षी सांसद लगातार संसद में हंगामा कर रहे थे। जिसके कारण दो हफ्ते से सदन की कार्रवाई नहीं हो सकी।