Corona Medicine
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    हैदराबाद: कोरोना के मामले चीन सहित पूरी दुनिया में फैलता जा रहा है। भले ही इस बीमारी से बचने के लिए वैक्सीन (vaccine) है लेकिन पॉजिटिव हो जाने के बाद इलाज में कोई कारगर दवाई नहीं बन पाई है। लेकिन अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। अब इसकी दवाई बन गई हैं और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसकी मंजूरी भी दे दी है। 

    दवा कंपनी ‘हेटेरो’ (‘Hetero) ने कोविड-19 की मौखिक दवा निर्माट्रेलविर के जेनेरिक स्वरूप के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) पूर्व अहर्ता दवा कार्यक्रम (WHO-PQ) के तहत स्वीकृति मिलने की सोमवार को घोषणा की। कंपनी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि ‘फाइजर’ की कोविड-19 मौखिक वायरल रोधी दवा ‘पैक्सलोविड’ (Paxlovid) के किसी जेनेरिक स्वरूप को पहली बार शुरुआती मंजूरी मिली है।

    विज्ञप्ति में कहा गया है कि WHO ने कोरोना वायरस से मामूली या मध्यम रूप से संक्रमित उन मरीजों को निर्माट्रेलविर और रिटोनाविरदेने (nimtrelvir and ritonavir) की मजबूत सिफारिश की है, जिनके अस्पताल में भर्ती होने का अधिक खतरा है। ऐसे मरीज या तो बुजुर्ग हो सकते हैं, या उनकी प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है या फिर हो सकता है कि उनका टीकाकरण न हुआ हो।   

    हेटेरो द्वारा उपलब्ध कराए गए मिश्रित पैक निर्माकॉम में 150 एमजी की निर्माट्रेलविर (दो गोली) और 100 एमजी रिटोनाविर (एक गोली) है। यह दवा केवल चिकित्सक की सलाह पर ही उपलब्ध है और संक्रमित पाए जाने के बाद जल्द से जल्द एवं लक्षणों की शुरुआत से पांच दिन के भीतर इस दवा को लिया जाना चाहिए। विज्ञप्ति में बताया गया कि निर्माकॉम का उत्पादन भारत में हेटेरो की इकाइयों में किया जाएगा।

    हेटेरो ग्रुप ऑफ कंपनीज के प्रबंध निदेशक वामसी कृष्ण बांदी ने कहा, ‘‘निर्माकॉम के लिए डब्ल्यूएचओ की शुरुआती मंजूरी मिलना कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे हमें इस अहम नवोन्मेषी एंटीरेट्रोवायरल दवा तक लोगों की पहुंच बढ़ाने में मदद मिलेगी। हम भारत में 95 एलएमआईसी (कम एवं मध्यम आय वाले देशों) में किफायती दाम पर निर्माकॉम को शीघ्र उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” (एजेंसी इनपुट के साथ)