भुवनेश्वर : देशभर के किसान अपनी मांगों को लेकर राज्य (State) और केंद्र सरकार (Central Government) के खिलाफ आंदोलन (Movement) कर रहे हैं। महाराष्ट्र से लेकर ओडिशा (Odisha) तक के किसान (Farmers) आज आंदोलन के रस्ते पर उत्तर गए है। ओडिशा के विभिन्न हिस्सों के सैकड़ों किसानों ने निजी वितरण कंपनी द्वारा अत्यधिक बिजली दरों और शोषण का आरोप लगाते हुए भुवनेश्वर में प्रदर्शन (Demonstration) किया। नवनिर्माण कृषक संगठन (एनकेएस) के बैनर तले एकजुट हुए किसानों ने मोर्चा निकालने की कोशिश की, उसी दौरान लोअर पीएमजी चौक के पास धरना स्थल पर तैनात पुलिसकर्मियों ने किसानों को रोका और धक्का-मुक्की करते देखा गया। राज्य सरकार और टाटा पावर के खिलाफ नारेबाजी की, जिसे राज्य में बिजली वितरण का जिम्मा सौंपा गया है।
नवनिर्माण कृषक संगठन नेता अक्षय कुमार ने निजी कंपनी पर उच्च बिजली बिल जमा कर किसानों का शोषण करने का आरोप लगाया। आंदोलनकारी किसानों ने उनके लिए मुफ्त बिजली की मांग की और कहा कि वे राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और राज्य सरकार को बिजली वितरण कंपनियों को किसानों का शोषण करने से रोकना चाहिए।
#WATCH | Odisha: Farmers in Bhubaneswar, under the aegis of Navnirman Krushak Sangathan, protested against the State Govt today. They are seeking to roll back the privatisation of electricity & provide free electricity to farmers for agricultural purposes in the state. pic.twitter.com/s9oiXTo6Jt
— ANI (@ANI) March 20, 2023
रैली को संबोधित करते हुए, कुमार ने तेलंगाना सरकार का उदाहरण दिया, जो किसानों को मुफ्त बिजली प्रदान कर रही है। उन्होंने ओडिशा सरकार पर इस दिशा में कम काम करने का आरोप लगाया। यह आरोप लगाते हुए कि निजी बिजली वितरण कंपनियां किसानों का शोषण कर रही हैं और उन्हें बिजली वितरण का प्रबंधन करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार बिजली वितरण को बरकरार रखे।
आगे किसान नेता अक्षय कुमार ने कहा की लिफ्ट सिंचाई का उपयोग करने वाले किसानों को उच्च बिजली दरों का भुगतान करना पड़ता है, जबकि संबंधित किसानों द्वारा बकाया राशि का भुगतान करने में विफल रहने पर सिंचाई बिंदुओं को बिजली आपूर्ति बंद कर दी जाती है।