नई दिल्ली: राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने 12 तुगलक लेन स्थित अपने बंगले को खाली कर दिया है। कांग्रेस नेता ने बंगले की चाबी अधिकारियों को सौंप दी है। इस दौरान 12 तुगलक लेन पर सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) भी मौजूद थीं। बंगला खाली करने के बाद उन्होंने कहा कि मैंने सच बोन की कीमत चुकाई है।
बंगले की चाबी अधिकारियों को सुपुर्द करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैंने सच बोलने की कीमत चुकाई है। उन्होंने कहा, ‘हिंदुस्तान के लोगों ने मुझे 19 साल तक यह घर दिया। मैं उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। यह सच बोलने की कीमत है। मैं सच बोलने के लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हूं। ’
#WATCH | "People of Hindustan gave me this house for 19 years, I want to thank them. It's the price for speaking the truth. I am ready to pay any price for speaking the truth…," says Congress leader Rahul Gandhi as he finally vacates his official residence after… pic.twitter.com/hYsVjmetYw
— ANI (@ANI) April 22, 2023
पता हो कि वायनाड की सांसदी जाने के बाद राहुल गांधी को लोकसभा सचिवालय का नोटिस मिला था और 22 अप्रैल तक बंगला खाली करने को कहा गया था। राहुल गांधी ने 14 अप्रैल को बंगले के सामान और कार्यालय से कुछ सामान को मां सोनिया गांधी के आधिकारिक आवास में शिफ्ट कर दिया था। आज उन्होंने अपने बचे हुए सामान को वहां से शिफ्ट करवाया।
कर्नाटक के कोलार में, राहुल द्वारा 2019 में की गई ‘मोदी उपनाम’ संबंधी टिप्पणियों को लेकर मानहानि के एक मामले में सूरत की एक अदालत ने उन्हें दोषी करार दिया था और दो साल की कैद की सजा सुनाई थी, जिसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संसद की सदस्यता से अयोग्य ठहराए गये थे।
उन्होंने मजिस्ट्रेट अदालत के आदेश के खिलाफ सत्र अदालत का रुख किया था, लेकिन उनकी याचिका खारिज कर दी गई। उनकी दोषसिद्धि और अयोग्यता पर राहत मिलने से सरकारी बंगला में उनके लिए रहने का मार्ग प्रशस्त हो सकता था। यह आवास उन्हें वायनाड सांसद के तौर पर आवंटित किया गया था। राहुल सत्र अदालत के आदेश के खिलाफ अब गुजरात उच्च न्यायालय का रुख करेंगे।