
देहरादून(उत्तराखंड).कोविड-19 के उपचार का दावा करते हुए बाजार में दवा उतारने के बाद सभी ओर से आलोचनाओं को सामना कर रही योग गुरु रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने कोई नियम-कानून नहीं तोड़ा है। कंपनी ने आज यह कहते हुए अपना बचाव किया कि उसने कोरोनिल टैबलेट सभी कानूनी नियमों का अनुपालन करते हुए बाजार में उतारी है और इस आयुर्वेदिक दवाई के लेबल पर कोई गैर कानूनी दावा नहीं किया गया है।
#coronilTablet
भ्रांति का कहीं स्थान नहीं है। दो बातें स्पष्ट हैं👍1.अश्ववगंधा, गिलोय, तुलसी दिव्य जड़ी-बूटियों के पारम्परिक ज्ञान व अनुभव के अनुसार इस औषधि का लाईसेंस लिया गया🌱
2.औषधि के कोरोना मरीजों पर विधिसम्मत क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल के सकारात्मक परिणामों को साझा किया। pic.twitter.com/4xGIOZhj1E
— Tijarawala SK (@tijarawala) June 25, 2020
पतंजलि आयुर्वेद ने ट्वीट किया है, ‘‘इसमें भ्रम की कोई गुंजाइश नहीं है।” कंपनी की तरफ से किए अपने ट्वीट में पतंजलि के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा, ‘‘दो चीजें साफ हैं —अश्वगंधा, गिलोय और तुलसी के औषधीय गुणों से संबंधित पारपंरिक ज्ञान और अनुभव के आधार पर दवाई बनाने का लाइसेंस लिया गया।” उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना मरीजों पर कानूनी रूप से किए गये क्लिनिकल परीक्षण के सकारात्मक परिणाम साझा किए गये।’
#coronilTablet @PypAyurved ने इस औषधि के लेबल पर कोई अवैध दावा नहीं किया है🌱
औषधि का निर्माण व बिक्री सरकार द्वारा तय नियम-कानून के अनुसार होता है। किसी की व्यक्तिगत मान्यताओं व विचारधारा के अनुसार नहीं।#पतंजलि ने सारी विधिसम्मत अनुपालना की है।
बेवजह बयानबाजी से परहेज करें pic.twitter.com/j3y75v0t33
— Tijarawala SK (@tijarawala) June 25, 2020
एक अन्य टवीट में कंपनी ने कहा कि दवा के लेबल पर कोई गैरकानूनी दावा नहीं किया गया है। इसमें कहा गया है, ‘’दवा का उत्पादन और उसकी बिक्री सरकार द्वारा बनाए गये नियमों के अनुसार ही की गयी, न कि किसी के व्यक्तिगत विश्वास या विचारधारा के आधार पर।” ट्वीट में कहा गया है कि पतंजलि ने सभी वैधानिक पहलुओं का पालन किया है। इसमें लोगों से मामले पर अनावश्यक टिप्पणी करने से बचने का आग्रह भी किया गया है।