
India-Bangladesh Friendship Pipeline
नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शनिवार को संयुक्त रूप से भारत-बांग्लादेश मैत्री डीजल पाइपलाइन का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम ने कहा, “मुझे विश्वास है कि यह पाइपलाइन बांग्लादेश के विकास को और गति देगी और दोनों देशों के बीच बढ़ती कनेक्टिविटी का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगी।”
बांग्लादेश डीजल भेजने के लिए पाइपलाइन का उद्घाटन करने के मौके पर पीएम मोदी ने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में, प्रधान मंत्री शेख हसीना के कुशल नेतृत्व में, बांग्लादेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। प्रत्येक भारतीय को उस पर गर्व है और हमें खुशी है कि हम बांग्लादेश की इस विकास यात्रा में योगदान करने में सक्षम हैं।” उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि यह पाइपलाइन बांग्लादेश के विकास को और गति देगी और दोनों देशों के बीच बढ़ती कनेक्टिविटी का एक उत्कृष्ट उदाहरण होगी।”
Today is the start of a new edition of relations between India & Bangladesh. The India-Bangladesh friendship pipeline was initiated in Sep 2018…with the help of this pipeline Northern West Bengal districts will be provided 1 million metric tonnes of high-speed diesel. This will… https://t.co/lyo5YoJRmM pic.twitter.com/UQ0GYAKZBK
— ANI (@ANI) March 18, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत-बांग्लादेश फ्रेंडशिप पाइपलाइन’ के साथ नया अध्याय शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि, ‘भारत-बांग्लादेश फ्रेंडशिप पाइपलाइन’ के माध्यम से उत्तरी बांग्लादेश में प्रतिवर्ष 10 लाख टन डीजल की आपूर्ति होगी। मोदी ने कहा, पाइपलाइन के माध्यम से बांग्लादेश को डीजल भेजना ना सिर्फ किफायती है, बल्कि इसमें कार्बन उत्सर्जन भी कम होता है।
पीएम ने कहा कि, भारत, बांग्लादेश को 1,100 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर रहा है; बांग्लादेश के साथ हाइड्रोकार्बन का व्यापार एक अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का हो गया है। उन्होंने कहा, “यह पाइपलाइन उर्वरक और ऊर्जा सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रहे कई विकासशील देशों के संदर्भ में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।”
पाइपलाइन परियोजना का निर्माण 2018 में शुरू हुआ था। दोनों देशों के बीच यह पहली सीमापार ऊर्जा पाइपलाइन है। इसे लगभग 377 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है, जिसमें से 285 करोड़ रुपये बांग्लादेश में पाइपलाइन बिछाने में खर्च हुए हैं। यह राशि भारत ने अनुदान सहायता के तहत खर्च की है।
इस पाइपलाइन की आधारशिला दोनों प्रधानमंत्रियों ने सितंबर, 2018 में रखी थी। नुमालीगढ़ रिफाइनरी लिमिटेड बांग्लादेश को 2015 से पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने परियोजना के संबंध में लगातार सुझाव देने के लिए शेख हसीना का आभार जताया और दोनों देशों के लोगों के हितों के लिए आगे भी काम करने की उम्मीद जताई।