तोक्यो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को यहां अपने जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने भारत में रक्षा निर्माण और व्यापार व प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय साझेदारी के पूरे ढांचे पर व्यापक चर्चा की।
विदेश सचिव विनय क्वात्रा (Vinay Kwatra) ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “दोनों नेताओं ने भारत में रक्षा निर्माण, कौशल विकास, साझेदारी, व्यापार और प्रौद्योगिकी साझेदारी सहयोग, क्षेत्र में लचीली आपूर्ति श्रृंखला सहित विविध क्षेत्रों में हमारे सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए द्विपक्षीय साझेदारी के पूरे ढांचे का व्यापक जायजा लिया।”
उन्होंने कहा, “यह पदभार संभालने के बाद प्रधानमंत्री मोदी का जापान का पांचवां दौरा है जबकि जापानी समकक्ष किशिदा के साथ उनकी दूसरी बैठक थी।” विदेश सचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री किशिदा ने प्रधानमंत्री मोदी को इस साल के अंत में वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए जापान आने का निमंत्रण दिया।
#WATCH | Tokyo, Japan: On being asked about China's activities & other related questions in connection with discussions on the Indo-Pacific by the Quad leaders, Foreign Secretary Vinay Kwatra said, "…the discussion agenda was constructive, cooperative & forward-leaning" (1/2) pic.twitter.com/DGStFbkhVW
— ANI (@ANI) May 24, 2022
उन्होंने कहा, “वास्तव में, शिखर सम्मेलन के दौरान, दोनों प्रधानमंत्रियों ने दोनों देशों के बीच नियमित उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की गति को बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के नव निर्वाचित प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीस ने मंगलवार को दूसरे प्रत्यक्ष क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। यह शिखर सम्मेलन यूक्रेन पर रूस के हमले के साये में हो रहा है।
शिखर सम्मेलन ऐसे समय में हुआ जब चीन तेजी से लोकतांत्रिक मूल्यों को चुनौती दे रहा है और प्रतिरोधी व्यापार प्रथाओं का सहारा ले रहा है जिसे लेकर उसके और क्वाड सदस्य देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं।
भारत, अमेरिका और कई अन्य विश्व शक्तियां क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों की पृष्ठभूमि में एक स्वतंत्र, खुले और संपन्न हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने की आवश्यकता के बारे में चर्चा कर रही हैं।
चीन लगभग समूचे विवादित दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है, यद्यपि ताइवान, फिलीपींस, ब्रुनेई, मलेशिया और वियतनाम सभी इसके कुछ हिस्सों का दावा करते हैं। बीजिंग ने दक्षिण चीन सागर में कृत्रिम द्वीप और सैन्य प्रतिष्ठान बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया 2023 में अगले क्वॉड शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।