नई दिल्ली: बांग्लादेश (Bangladesh) दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आज मटुआ समुदाय के मंदिर पहुंचे। पहले पीएम ने यहां मंदिर में पूजा की। जानकारी के लिए बताना चाहते हैं कि ओराकांडी वह जगह हैं जो मटुआ समुदाय के संस्थापक हरिशचंद्र की जन्मस्थली है। पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश दुनिया में आतंक की जगह प्रेम और शांति चाहते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसने सोचा था कि भारत का प्रधानमंत्री कभी ओराकांडी आएगा। मैं आज वैसा ही महसूस कर रहा हूं, जो भारत में रहने वाले मतुआ संप्रदाय के मेरे हज़ारों-लाखों भाई-बहन ओराकांडी आकर महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश दोनों ही देश अपनी प्रगति से पूरे विश्व की प्रगति देखना चाहते हैं। दोनों ही देश दुनिया में अस्थिरता, आतंक और अशांति की जगह स्थिरता, प्रेम और शांति चाहते हैं।
PM ने कहा-भारत और बांग्लादेश दुनिया में आतंक की जगह चाहते हैं प्रेम और शांति.
Both India and Bangladesh want to see the world progressing through their own progress. Both the nations want to see stability, love, and peace in the world instead of instability, terror, and unrest: PM Narendra Modi addresses Matua community in Orakandi, Bangladesh pic.twitter.com/zsgSR6ipPg
— ANI (@ANI) March 27, 2021
मोदी ने कहा कि इस दिन की प्रतीक्षा मुझे कई वर्षों से थी, 2015 में जब मैं प्रधानमंत्री के तौर पर पहली बार बांग्लादेश आया था तभी मैंने यहां आने की इच्छा प्रकट की थी। मेरी वो इच्छा आज पूरी हुई है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में ठाकुरनगर में जब मैं गया था, तो वहां मेरे मतुआ भाइयों-बहनों ने मुझे परिवार के सदस्य की तरह प्यार दिया था। विशेष तौर पर बोडो मां का अपनत्व, मां की तरह उनका आशीर्वाद, मेरे जीवन के अनमोल पल रहे हैं।
पीएम ने कहा कि आज भारत और बांग्लादेश के सामने जिस तरह की समान चुनौतियां हैं, उनके समाधान के लिए हरिचंद देव जी की प्रेरणा बहुत अहम है। दोनों देशों का साथ मिलकर हर चुनौती का मुकाबला करना जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ओराकांडी में भारत सरकार लड़कियों के मिडिल स्कूल को अपग्रेड करेगी और भारत सरकार द्वारा यहां एक प्राइमरी स्कूल भी स्थापित किया जाएगा। ये भारत के करोड़ों लोगों की तरफ से हरिचंद ठाकुर जी को श्रद्धांजलि है।