DONYI
Pic: ANI

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    नई दिल्ली/मेरठ. आज यानी शनिवार 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में डोनी पोलो हवाई अड्डे (Donyi Polo Airport) का उद्घाटन किया। गौरतलब है कि, डोनी पोलो एयरपोर्ट अरुणाचल प्रदेश का पहला ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट भी है। होलोंगी स्थित डोनी पोलो हवाई अड्डा इस पर्वतीय पूर्वोत्तर राज्य में संपर्क, व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा देगा। इस महत्वपूर्ण हवाई अड्डे की आधारशिला PM मोदी ने ही फरवरी 2019 में रखी थी। 

    इसके साथ ही आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में 600 मेगावाट की कामेंग पनबिजली परियोजना राष्ट्र को समर्पित की। कामेंग पनबिजली परियोजना को पश्चिम कामेंग जिले में 80 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में 8,450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इससे अरुणाचल प्रदेश को बिजली अधिशेष राज्य बनाने और राष्ट्रीय ग्रिड को स्थिरता एवं एकीकरण के मामले में लाभ होने की उम्मीद है।

    गौरतलब है कि, यह एयरपोर्ट करीब 690 एकड़ में फैला है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, इसके निर्माण में 640 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। 2300 मीटर रनवे के साथ यह एयरपोर्ट सभी मौसम में आसानी से ऑपरेट हो सकेगा।इस प्रकार अब पूर्वोत्तर क्षेत्र में हवाई अड्डों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। इस इयरपोर्ट का रनवे 2,300 मीटर लंबा है और इसकी सबसे खास बात यह है कि इसे हर मौसम में चालू रखा जा सकेगा।

    बता दें कि, डोनी पोलो एयरपोर्ट ईटानगर के होलोंगी में स्थित है। डोनी पोलो एयरपोर्ट को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा 645 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से विकसित किया गया है। वहीं इसमें आठ ‘चेक-इन काउंटर’ हैं और व्यस्त समय के दौरान 200 यात्रियों को जरूरी सेवाएं यहां पर उपलब्ध कराई जा सकती है। पता हो देश के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में फिलहाल कोई एयरपोर्ट नहीं है। निकटतम सुविधा असम के उत्तरी लखीमपुर जिले में 80 किलोमीटर दूर लीलाबाड़ी एयरपोर्ट पर है।डोनी पोलो एयरपोर्ट अरुणाचल प्रदेश के लिए तीसरा परिचालन हवाई अड्डा होगा।