PM modi

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    नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को भूकंप प्रभावित तुर्की (Turkey) में तैनात भारतीय मानव सहायता और आपदा राहत दलों के साथ बातचीत की और उनके काम की सराहना की।

    मोदी ने एक ट्वीट में कहा कि उन्होंने तुर्की और सीरिया में “ऑपरेशन दोस्त” में शामिल कर्मियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि आपदा प्रतिक्रिया और राहत उपायों में उनके प्रयास सराहनीय रहे हैं।

    पीएम मोदी ने कहा, “हमारे डॉग स्क्वायड के सदस्यों ने गजब का दम दिखाया। देश को आप पर गर्व है। हमारी संस्कृति ने हमें ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ सिखाया है। हम पूरी दुनिया को एक परिवार मानते हैं। जब परिवार का कोई सदस्य मुसीबत में हो तो उसकी मदद करना भारत का कर्तव्य है।”

    उन्होंने कहा, “चाहे कोई भी देश हो अगर मानवता की बात हो तो भारत मानव हित को सर्वोपरि रखता है। पूरी दुनिया ने देखा कि आप कैसे तुरंत वहां पहुंचे। यह आपकी तैयारी और आपके प्रशिक्षण कौशल को दर्शाता है। हमारे NDRF के जवानों ने 10 दिनों तक जिस तरह से काम किया है वह काबिले तारीफ है।”

    पीएम मोदी ने कहा, “हम सभी ने वो तस्वीरें देखी हैं जहां एक मां माथे पर किस कर आपको आशीर्वाद देती है। 2001 में जब गुजरात में भूकंप आया था, तब मैंने वॉलंटियर के तौर पर काम किया था और मैंने लोगों को बचाने में मुश्किलें देखी हैं।”

    मोदी ने आगे कहा कि, “मैं आज आप सभी को नमस्कार करता हूं। जब कोई दूसरों की मदद करता है तो वह निःस्वार्थ होता है। यह न केवल व्यक्तियों पर बल्कि राष्ट्रों पर भी लागू होता है। वर्षों से, भारत ने आत्मनिर्भर और निस्वार्थ दोनों के रूप में अपनी पहचान मजबूत की है।”

    पीएम ने कहा, “हम अपना तिरंगा लेकर जहां भी पहुंचें, वहां आश्वासन है, भारतीय टीमें आ गई हैं, तो स्थिति बेहतर होगी। हमने इसे यूक्रेन और अफगानिस्तान में भी देखा। यूक्रेन में कई देशों के लोगों के लिए तिरंगा ढाल बना।”

    आगे पीएम मोदी ने कहा कि, “आज विश्व में भारत के प्रति सद्भावना है। जब भी कोई आपदा आती है, भारत सबसे पहले उत्तरदाता के रूप में कार्य करता है और मदद की पेशकश करता है। चाहे नेपाल भूकंप हो, मालदीव या श्रीलंका संकट, भारत सबसे पहले मदद के लिए आगे आया। अब दूसरे देशों का भी एनडीआरएफ पर भरोसा बढ़ रहा है।”

    पीएम मोदी ने कहा, “हमें आपदा के समय राहत और बचाव के लिए अपनी क्षमता बढ़ानी होगी। हमें दुनिया में सबसे अच्छी राहत और बचाव टीम के रूप में अपनी पहचान मजबूत करनी होगी।”

    गौरतलब है कि, “ऑपरेशन दोस्त” के तहत एनडीआरएफ की अंतिम टीम तुर्की से स्वदेश लौट आई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा, “151 एनडीआरएफ कर्मियों और श्वान दस्तों की तीन टीम ने भूकंप प्रभावित तुर्की की मदद की।” उन्होंने कहा, “टीम ने नूरदागी और अंताक्या के 35 स्थलों पर जीवित लोगों का पता लगाने सहित खोज, बचाव और राहत अभियान चलाया।”

    भारत ने तुर्की और सीरिया के विभिन्न हिस्सों में छह फरवरी को आए विनाशकारी भूकंप के बाद दोनों देशों को सहायता देने के लिए “ऑपरेशन दोस्त” शुरू किया था। प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश के बाद सात फरवरी को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की कुल तीन टीम को भूकंप प्रभावित देश में भेजा गया था। (एजेंसी इनपुट के साथ)