नई दिल्ली. आज यानी शनिवार को जहां जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज दो-दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे और ऐसी उम्मीद है कि नवीन तकनीक, स्वच्छ ऊर्जा, व्यापार और निवेश समेत कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में समग्र द्विपक्षीय संबंधों में और विस्तार होगा।
#WATCH | We already have good relations b/w Germany and India and I hope that we will strengthen this relationship. I hope we will discuss intensely about all the topics relevant to the development of our countries and also the peace in the world: German Chancellor Olaf Scholz pic.twitter.com/IOtWGvuYYJ
— ANI (@ANI) February 25, 2023
वहीं इस ख़ास मौके पर उनकी मुलाकात राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई है। ओलाफ स्कोल्ज ने आज कहा कि, “भारत और जर्मनी का बहुत ही अच्छा संबंध है और हम आशा करते हैं कि हम इस संबंध को और मजबूत कर सके। हम अपने देशों के विकास और दुनिया में शांति हो इन सभी पर गहन चर्चा करेंगे।”
German Chancellor Olaf Scholz meets Prime Minister Narendra Modi at Rashtrapari Bhavan pic.twitter.com/MErr8FVmk2
— ANI (@ANI) February 25, 2023
जानकारी दें कि, शीर्ष पद पर एंजेला मर्केल के 16 साल के ऐतिहासिक कार्यकाल के बाद दिसंबर, 2021 में जर्मनी का चांसलर बनने के बाद शोल्ज की यह पहली भारत यात्रा है। मोदी-शोल्ज वार्ता के व्यापक एजेंडे से अवगत लोगों ने बताया कि रूस-यूक्रेन युद्ध के परिणामों को बातचीत में प्रमुखता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि वार्ता का जोर व्यापार, रक्षा, स्वच्छ ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन और नई तकनीक के क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने पर होगा। दोनों नेताओं के हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समग्र स्थिति पर विचार करने की उम्मीद है। इस क्षेत्र में पिछले कुछ सालों के दौरान चीन की बढ़ती आक्रामकता देखी गई है।
इससे पहले PM मोदी और शोल्ज के बीच द्विपक्षीय वार्ता इंडोनेशिया के शहर बाली में बीते साल 16 नवंबर 2022 को हुई थी, जबकि दोनों नेताओं के बीच पहली बैठक पिछले साल दो मई को हुई थी, जब मोदी छठवीं भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी परामर्श (आईजीसी) में हिस्सा लेने बर्लिन गये थे। जर्मनी और भारत के बीच संबंधों में कई क्षेत्रों में पिछले कुछ सालों के दौरान तेजी आई है। शोल्ज रविवार की सुबह बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे, जहां से वह शाम साढ़े पांच बजे प्रस्थान करेंगे।