नई दिल्ली. रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) एक दिन की भारत यात्रा पर है। उन्होंने सोमवार को भारत-रूस शिखर बैठक (India-Russia summit) की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पीएम मोदी ने कहा कि, कोविड-19 महामारी के बावजूद भारत और रूस के बीच संबंधों की गति में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहीं पुतिन ने कहा कि, मुझे भारत का दौरा करके बहुत खुशी हो रही है। पिछले साल दोनों देशों के बीच ट्रेड में 17% की गिरावट हुई थी परन्तु इस साल पहले 9 महीनों में ट्रेड में 38% की बढ़ोतरी देखी गई है।
बैठक में दोनों नेताओं के बीच कई मुद्दों पर बातचीत हुई। साथ ही, दोनों पक्षों ने 28 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। जिसमें व्यापार, ऊर्जा, संस्कृति, बौद्धिक संपदा, जनशक्ति, बैंकिंग में साइबर हमला, अकाउंटेंसी आदि क्षेत्र शामिल हैं।
बैठक के बाद विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हमारे वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए भारत का दौरा करने का फैसला किया है, यह इस बात का संकेत है कि वह द्विपक्षीय संबंधों और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ उनके व्यक्तिगत संबंधों को कितना महत्व देते हैं।
उन्होंने कहा, राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा छोटी लेकिन अत्यधिक उत्पादक और महत्वपूर्ण है। दोनों नेताओं के बीच बेहतरीन बातचीत हुई। इस यात्रा के दौरान 28 करारों/समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इन समझौतों में सरकार से सरकार और व्यापार से व्यापार के बीच समझौते शामिल हैं।
आज नई दिल्ली में 21वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान हस्ताक्षरित 28 समझौतों/समझौता ज्ञापनों की सूची जारी की गई है। pic.twitter.com/OXEbrqTnWc
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 6, 2021
शृंगला ने कहा, पीएम मोदी ने रूस में भारतीय समुदाय के कल्याण के लिए राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद दिया है। खासकर COVID-19 महामारी के दौरान। दोनों नेताओं ने हमारे नागरिकों द्वारा एक-दूसरे के देशों में यात्रा को आसान बनाने के लिए वैक्सीन सर्टिफिकेशन की पारस्परिक मान्यता की आवश्यकता पर चर्चा की।
उन्होंने कहा, दोनों नेताओं ने वार्ता में द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ाने पर प्रमुखता से विचार किया। इस साल, हमने पिछले साल की तुलना में हमारे ट्रेडों में वृद्धि की एक उत्साहजनक प्रवृत्ति देखी है। दोनों पक्ष व्यापार और निवेश प्रक्षेपवक्र में निरंतर वृद्धि की आशा कर रहे हैं। व्यापार और निवेश पक्ष पर, कुछ विशिष्ट योजनाएं हैं जिनमें अंतर्देशीय जलमार्ग, उर्वरक, कोकिंग कोल, स्टील, स्किल्ड मैनपावर शामिल है। इन क्षेत्रों में लॉन्ग टर्म कॉर्पोरेशन शामिल हैं। इसमें कोकिंग कोल कॉर्पोरेशन के महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा, हमने तेल और गैस क्षेत्र के साथ-साथ पेट्रोकेमिकल के क्षेत्र में और निवेश में रुचि व्यक्त की है।
With regard to Ukrainian military developments, in the 2+2 meet, I think Russian side did provide a briefing on that situation. I don't think there was anything beyond that. S-400 supplies have begun this month & will continue to happen: Foreign Secretary Harsh Vardhan Shringla pic.twitter.com/nTNhPdvUJF
— ANI (@ANI) December 6, 2021
उन्होंने कहा, हम रूस के साथ अपनी बौद्ध से सबंधित मुद्दों पर संबंध गहन करने पर विचार कर रहे हैं। रूस में 15 मिलियन बौद्ध हैं। यह समुदाय तीर्थयात्रा और अन्य कारणों से भारत आने का इच्छुक है। इसलिए दोनों देशों बीच सांस्कृतिक सहयोग महत्वपूर्ण है।
श्रृंगला ने एस-400 मिसाइल प्रणाली को लेकर कहा, टू प्लस टू वार्ता के दौरान यूक्रेन सैन्य गतिविधियों के संबंध में रूसी पक्ष ने इस स्थिति पर संक्षिप्त जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि एस-400 की आपूर्ति शुरू हो चुकी है और जारी रहेगी।
उन्होंने कहा, दोनों पक्ष इस बात को लेकर स्पष्ट रहे कि अफगानिस्तान की जमीन का उपयोग किसी भी तरह के आतंकी कृत्यों की साजिश, प्रशिक्षण और आश्रय के लिए नहीं किया जाना चाहिए।