नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बुधवार को सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की जयंती पर उन्हें याद किया और कहा कि उन्हें खुशी है कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या में उनकी स्मृति में एक चौक का नामकरण किया जा रहा है। लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में मशहूर संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के यहां हुआ था।
मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘लता दीदी की जयंती पर आज उन्हें याद कर रहा हूं। याद करने को बहुत कुछ है… कई ऐसे संवाद हैं जिनमें उन्होंने मुझ पर अपना प्यार बरसाया।” उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि आज उनकी स्मृति में अयोध्या में एक चौक का नामकरण किया जाएगा। देश की महान हस्तियों में एक लता दीदी को यह उचित श्रद्धांजलि होगी।”
Prime Minister Narendra Modi remembers late singing maestro Lata Mangeshkar on her birth anniversary; says, “I am glad that today, a Chowk in Ayodhya will be named after her.” pic.twitter.com/5Xb3yWdwTR
— ANI (@ANI) September 28, 2022
‘‘भारत रत्न” लता ने अपनी आवाज और अपनी सुर साधना से बहुत छोटी उम्र में ही गायन में महारत हासिल की और विभिन्न भाषाओं में गीत गाए। पिछली पीढ़ी ने जहां लता की शोख और रूमानी आवाज का लुत्फ उठाया, वहीं मौजूदा पीढ़ी उनकी समन्दर की तरह ठहरी हुई परिपक्व गायकी को सुनते हुए बड़ी हुई है।
प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में लता मंगेशकर की स्मृति में एक चौक का डिजिटल माध्यम से उद्घाटन करेंगे। सरयू नदी के तट पर स्थित नया घाट क्षेत्र को 7.9 करोड़ रुपये के अनुमानित बजट से लता मंगेशकर चौक विकसित किया गया है। संबंधित जगह का मुख्य आकर्षण यह है कि वहां भारतीय संगीत वाद्ययंत्र ‘वीणा’ स्थापित किया गया है जिसका वजन 14 टन, लंबाई 40 फुट और ऊंचाई 12 मीटर है।