नई दिल्ली. क्वाड देशों (Quad Countries) के नेताओं के पहले सम्मेलन की शुरुआत आज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden), ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिशन (Scott Morrison) और जापान के प्रधानमंत्री योशिहिडे सुगा (Yoshihide Suga) के साथ क्वाड की बैठक में हिस्सा लिया। इस सम्मेलन में हिंद-प्रशांत क्षेत्र को स्वतंत्र, मुक्त और समावेशी बनाने के लिए सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की गई।
इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, “हम अपने लोकतांत्रिक मूल्यों और मुक्त तथा समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर अपनी प्रतिबद्धता के लिए एकजुट हैं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि, “आज हमारे एजेंडा में टीका, जलवायु परिवर्तन और उभरती प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्र शामिल हैं, जिससे ‘क्वाड’ को विश्व के लिए फायदेमंद बनाने को बल मिलता है।”
सम्मलेन में प्रधानमंत्री ने कहा कि, “मैं इस सकारात्मक दृष्टिकोण को भारत के वसुधैव कुटुंबकम के दर्शन के विस्तार के तौर पर देखता हूं, जो कि पूरी दुनिया को एक परिवार मानता है। हम सुरक्षित, स्थाई और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र बनाने के लिए पहले से कहीं ज्यादा करीबी से काम करेंगे।” उन्होंने कहा आज के शिखर सम्मेलन से पता चलता है कि क्वाड इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बना रहेगा।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि 21वीं सदी में दुनिया का भविष्य हिंद-प्रशांत क्षेत्र तय करेगा। उन्होंने आह्वान करते हुए कहा कि आइए, हिंद-प्रशांत क्षेत्र के चार महान लोकतंत्रों के नेताओं के तौर पर हम अपनी भागीदारी को शांति, स्थायित्व और समृद्धता का प्रतीक बनाएं।
वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, “क्वाड हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण क्षेत्र होने जा रहा है और मैं आने वाले वर्षों में आप सभी के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्सुक हूं।” बाइडन ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा, “आपको देख कर बहुत अच्छा लगा।”
बाइडन ने इस दौरान कहा, “यूनाइटेड स्टेट्स स्थिरता प्राप्त करने के लिए आपके और हमारे सभी सहयोगियों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। ये समूह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि ये व्यावहारिक समाधान और ठोस परिणामों के लिए समर्पित है।