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Pic: ANI

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नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने शनिवार को विविध विषयों पर व्यापक चर्चा की जिसमें स्वच्छ ऊर्जा, कारोबार और नयी प्रौद्योगिकी सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को प्रगाढ़ बनाने पर जोर दिया गया।  

इस मामले में जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को भारत पहुंचे। इस शीर्ष पद पर एंजेला मर्केल के 16 साल के ऐतिहासिक कार्यकाल के बाद दिसंबर, 2021 में जर्मनी का चांसलर बनने के बाद शोल्ज की यह पहली भारत यात्रा है। भारत पहुंचने पर जर्मनी के चांसलर शोल्ज ने राष्ट्रपति भवन में सलामी गारद का निरीक्षण किया। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया। 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अपने ट्वीट में कहा कि चांसलर शोल्ज की यात्रा बहु आयामी भारत-जर्मन सामरिक गठजोड़ को और गहरा बनाने का अवसर प्रदान करेगी। बागची ने कहा,‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज का हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता के लिए स्वागत किया। इसमें द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने, हरित एवं टिकाऊ विकास गठजोड़ और आर्थिक गठजोड़ को प्रगाढ़ बनाने तथा रक्षा क्षेत्र में करीबी संबंध बनाने पर जोर दिया गया है।”  

वार्ता से पहले अधिकारियों ने बताया कि बैठक में रूस-यूक्रेन संघर्ष के प्रभाव, खास तौर पर खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा के इस बातचीत में प्रमुखता से उठने की संभावना है। इसके अलावा कारोबार,रक्षा,स्वच्छ ऊर्जा और नयी प्रौद्योगिकी सहित अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हो सकती है। ज्ञात हो कि इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी और चांसलर शोल्ज के बीच 16 नवंबर को जी20 शिखर सम्मेलन से इतर इंडोनेशिया के बाली में द्विपक्षीय वार्ता हुई थी।  

दोपहर में शोल्ज राजघाट जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। चांसलर शोल्ज का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भेंट करने का भी कार्यक्रम है।  रविवार की सुबह चांसलर शोल्ज बेंगलुरु के लिए रवाना होंगे। विदेश मंत्रालय ने जर्मनी के चांसलर की यात्रा की घोषणा करते हुए सोमवार को कहा था कि शोल्ज के साथ वरिष्ठ अधिकारी और उच्चाधिकार प्राप्त उद्यमी शिष्टमंडल भी होगा।