लखनऊ/ कानपुर देहात. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramanath Kovind) ने रविवार को कहा कि उन्होंने सपने में भी कभी नहीं सोचा था कि वह देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होंगे। कोविंद ने कानपुर देहात जिले के परौंख गांव (अपनी जन्मस्थली) में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने का सम्मान मिलेगा, लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने ऐसा कर दिखाया।”
President Ram Nath Kovind paid tributes to Dr BR Ambedkar & visited Milan Kendra & Veerangana Jhalkari Bai Inter College & addressed a Jan Sambodhan Samorah, during his visit to native village Paraunkh in Kanpur Dehat: Rashtrapati Bhavan pic.twitter.com/T44hyNaOqh
— ANI (@ANI) June 27, 2021
राष्ट्रपति ने स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान निर्माताओं को भी श्रद्धांजलि दी और कहा, ‘‘आज मैं जहां भी पहुंचा हूं, उसका श्रेय इस गांव की मिट्टी, इस क्षेत्र और आपके प्यार एवं आशीर्वाद को जाता है। बुजुर्गों को माता-पिता की तरह सम्मान देना हमारे संस्कार हैं और मुझे खुशी है कि हमारे परिवार में बड़ों को सम्मान देने की यह परंपरा अब भी जारी है।” कोविंद ने कहा, “मैं कहीं भी रहूं, मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के लोगों की यादें हमेशा मेरे दिल में बसी रहेंगी। परौंख गांव मेरी ‘मातृभूमि’ है, जहां से मुझे देश सेवा करने की प्रेरणा मिलती रही है।” राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ ‘मातृभूमि’ से मिली इस प्रेरणा ने मुझे उच्च न्यायालय से उच्चतम न्यायालय, उच्चतम न्यायालय से राज्य सभा, राज्य सभा से राजभवन और राजभवन से राष्ट्रपति भवन तक पहुंचाया है।”
I’d never imagined even in my dreams that an ordinary boy like me from a village would get privilege of discharging responsibilities of the highest office of the country. But our democratic system has made it possible: President Kovind, Jan Abhinandan Samaroh in Kanpur Dehat pic.twitter.com/goQuzkFXLJ
— ANI (@ANI) June 27, 2021
राष्ट्रपति कोविंद रविवार सुबह परौंख गांव में अपने जन्म स्थान पहुंचे जहां उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। पुलिस अधीक्षक के जन संपर्क अधिकारी विकास राय ने बताया कि पटेल और आदित्यनाथ ने कोविंद का उनके पैतृक गांव परौंख में स्वागत किया। कोविंद अपनी पत्नी और बेटी के साथ पथरी देवी मंदिर गए, जहां उन्होंने पूजा-अर्चना की। उन्होंने उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के साथ परौंख गांव का दौरा किया। कोविंद परौंख गांव के प्राथमिक स्कूल पहुंचे, जहां उन्हें लोगों को संबोधित किया।
कोविंद अपने पुराने परिचितों, विधायकों और भाजपा पदाधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत करेंगे। वह पुखरायां जाएंगे, जहां वह 60 से अधिक लोगों से मुलाकात करेंगे। राष्ट्रपति 28 और 29 जून को लखनऊ रहेंगे। राष्ट्रपति के कार्यक्रम के मुताबिक, वह सोमवार को कानपुर से पूर्वाह्न 10 बजकर 20 मिनट पर विशेष ट्रेन से लखनऊ के लिए रवाना होंगे और वह पूर्वाह्न 11 बजकर 50 मिनट पर लखनऊ रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे। रेलवे स्टेशन से वह सीधे राजभवन आएंगे, जहां वह दोपहर का भोजन करेंगे।
राज भवन में ही शाम छह बजे एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश और अन्य गणमान्य लोग शामिल होंगे। कोविंद सोमवार रात को राजभवन में विश्राम करेंगे। वह मंगलवार को पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे लोकभवन से भारत रत्न डॉक्टर भीमराव आंबेडकर मेमोरियल एवं सांस्कृतिक सेंटर की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद, वह शाम साढ़े छह बजे लखनऊ हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।