प्रधानमंत्री मोदी ने e-RUPI को किया लॉन्च, बोले- डिजिटल लेनदेन और डीबीटी को बढ़ावा देने में निभाएगा अहम भूमिका

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    नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने सोमवार को स्वदेशी निर्मित ऑनलाइन भगतान के लिए बनाए e-RUPI प्लेटफार्म को लॉन्च कर दिया है। वर्चुअल माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने इसे जनता को समर्पित किया। इस दौरान बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “e-RUPI वाउचर देश में डिजिटल लेनदेन (Digital Transaction) और डीबीटी को बढ़ावा देने में भूमिका निभाएगा। यह लक्षित, पारदर्शी और रिसाव मुक्त वितरण में सभी की मदद करेगा।”

    प्रधानमंत्री ने कहा, “e-RUPI इस बात का उदाहरण है कि कैसे भारत 21वीं सदी में उन्नत तकनीक की मदद से आगे बढ़ रहा है और लोगों को जोड़ रहा है। मुझे खुशी है कि इसकी शुरुआत उस साल हुई जब भारत अपनी आजादी की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है।”

    उन्होंने कहा, “न केवल सरकार बल्कि यदि कोई गैर-सरकारी संगठन उनकी शिक्षा या चिकित्सा उपचार में किसी का समर्थन करना चाहता है, तो वे नकद देने के बजाय ई-आरयूपीआई का उपयोग कर सकते हैं। यह आश्वस्त करेगा कि दान की गई राशि का उपयोग केवल उक्त कार्य के लिए किया जा रहा है।”

    क्या है e-RUPI ?

    बता दें की ‘‘e-RUPI’’ को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने UPI Platform पर वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से बनाया गया  है। दरअसल ये एक कैशलेस और कॉन्टैक्टलेस तरीका है। यह एक QR code या SMS स्ट्रिंग बेस्ड ई-वाउचर है, जिसे लाभार्थियों के मोबाइल पर भेजा जाता है। इस वन टाइम पेमेंट मैकेनिज्म के यूजर्स को वाउचर रिडीम करने के लिए सर्विस प्रोवाइडर पर किसी कार्ड, डिजिटल पेमेंट ऐप या इंटरनेट बैंकिंग को एक्सेस करने की जरूरत नहीं होगी। यह डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सर्विस प्रोवाइडर के साथ सर्विस के स्पॉन्सर को जोड़ता है।

    e-RUPI डिजिटल पैमेंट का उपयोग आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना,  या कल्याण सेवाओं की लीक-प्रूफ डिलीवरी सुनिश्चित करने की दिशा में यह एक क्रांतिकारी कदम साबित हो सकता है।निजी क्षेत्र भी कर्मचारी कल्याण और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में इन डिजिटल वाउचर का लाभ उठा सकते हैं।