पीएम मोदी (Photo Credits-ANI Twitter)
पीएम मोदी (Photo Credits-ANI Twitter)

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    नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ‘पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन’ योजना (PM CARES for Children Scheme) के तहत दी जाने वाली सुविधाओं को जारी किया। उन्होंने कहा कि जीवन हमें कई बार अप्रत्याशित मोड़ पर लाकर खड़ा कर देता है। ऐसी स्थितियां जिनकी हमने कल्पना भी नहीं की होती है। हंसते खेलते हुए अचानक अंधेरा छा जाता है और सब कुछ बदल जाता है। कोरोना ने अनेकों परिवारों में ऐसा ही कुछ किया है। इस दौरान 5 लाख तक के इलाज की बच्चों को फ्री सुविधा मिलेगी।

    पीएम मोदी ने कहा कि मैं जानता हूं कोरोना की वजह से जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके जीवन में आया ये बदलाव कितना मुश्किल है। हर दिन का संघर्ष, हर दिन की तपस्या। आज जो बच्चे हमारे साथ हैं, जिनके लिए ये कार्यक्रम हो रहा है, उनकी तकलीफ शब्दों में कहना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि पीएम केयर्स फ़ॉर चिल्ड्रन के माध्यम से आपको आयुष्मान हेल्थ कार्ड भी दिया जा रहा है, इससे 5 लाख तक के इलाज की मुफ्त सुविधा भी आप सब बच्चों को मिलेगी।

    उन्होंने कहा कि पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन,आप सभी ऐसे कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिनके माता और पिता, दोनों नहीं रहे। यह इस बात का भी प्रतिबिंब है कि हर देशवासी पूरी संवेदनशीलता से आपके साथ है।

    मोदी ने कहा कि मुझे संतोष है कि बच्चों की अच्छी पढ़ाई के लिए उनके घर के पास ही सरकारी या प्राइवेट स्कूलों में उनका दाखिला कराया जा चुका है। अगर किसी को प्रॉफेशनल कोर्स के लिए हायर एजुकेशन के लिए एजुकेशन लोन चाहिए होगा तो पीएम केयर्स उसमें भी मदद करेगा। 

    पीएम ने कहा कि रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए 4 हजार रुपए हर महीने की व्यवस्था भी की गई है। उन्होंने कहा कि बच्चे जब स्कूल की पढ़ाई पूरी कर लेंगे तो उन्हें आगे की पढ़ाई के लिए और रुपयों की जरूरत होगी तो इसके लिए 18 साल से 23 साल तक के युवाओं को हर महीने स्टाइपेंड मिलेगा और जब वो 23 साल के होंगे तब 10 लाख रुपए आपको एक साथ मिलेगा। 

    प्रधानमंत्री ने कहा कि इस फंड ने कोरोना काल के दौरान अस्पताल तैयार करने में, वेंटिलेटर्स खरीदने, ऑक्सीजन प्लांट लगाने में भी बहुत मदद की। इस वजह से कितने ही लोगों का जीवन बचाया जा सका, कितने ही परिवारों का भविष्य बचाया जा सका।