नई दिल्ली: कांग्रेस ने ‘नेशनल हेराल्ड’ अखबार से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ के विरोध में बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और उस पर एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। कांग्रेस ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नेतृत्व ‘विपक्ष मुक्त भारत’ चाहता है। सोनिया गांधी के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए पार्टी के सांसदों एवं कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) सदस्यों ने सामूहिक गिरफ्तारी भी दी।
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में ‘सत्याग्रह’ किया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘विषगुरु के राजनीतिक प्रतिशोध का सामना कर रहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए सभी कांग्रेस सांसदों एवं सीडब्ल्यूसी सदस्यों ने पार्टी मुख्यालय के बाहर सामूहिक गिरफ़्तारी दी। हमें किंग्सवे कैंप पुलिस थाने में लाया गया।” उन्होंने कहा, ‘‘सच की लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे!”
Delhi | Congress workers stop a train and block railway tracks at Shivaji Bridge railway station as they protested against ED questioning of party's interim president Sonia Gandhi, in the National Herald case. pic.twitter.com/86dzRBPrSa
— ANI (@ANI) July 21, 2022
पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम से कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता झुकने वाले नहीं हैं। गहलोत ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम डरने और घबराने वाले नहीं हैं। सोनिया जी जब से देश में आईं हैं, उन पर हमले हो रहे हैं। सोनिया जी ने जिस तरह से भारत की संस्कृति और संस्कार को अपनाया है, वह अपने आप में एक मिसाल है। उन्होंने जो जीवन जिया है और पार्टी के लिए जो किया है, उसे कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता कभी भूल नहीं सकते।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘राजनीति में दुश्मन नहीं होना चाहिए। ये लोग विपक्ष को दुश्मन मानते हैं। पहले ये कांग्रेस मुक्त भारत की बात करते थे, अब ये ‘विपक्ष मुक्त भारत’ चाहते हैं।” कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया, ‘‘जब भी मोदी जी और अमित शाह की घेराबंदी हो जाती है तो एजेंसियों को आगे कर दिया जाता है। साजिश है, हमें चुप कराने की। हमें रोकने का षडयंत्र है। इनकी नीयत है, विपक्ष मुक्त भारत की।”
उन्होंने कहा, ‘‘गांधी परिवार और कांग्रेस की तासीर समझने में मोदी जी और अमित शाह को कई जन्म लग जाएंगे। इस तासीर में देश की सेवा करने और देश को बचाने का जुनून है। मोदी जी और शाह इसे नहीं समझ सकते। हम डरने वाले नहीं हैं।” कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार का एकमात्र प्रयास लोगों का चरित्र हनन करना होता है और वह विपक्ष की आवाज को दबाती है। पायलट ने कहा, ‘‘कांग्रेस और उसका नेतृत्व झुकने वाले नहीं हैं।”
इससे पहले, कांग्रेस के सांसदों ने संसद परिसर में मार्च भी निकाला। उन्होंने एक बैनर भी ले रखा था जिस पर ‘स्टॉप मिसयूज ऑफ ईडी’ (ईडी का दुरुपयोग बंद करो) लिखा हुआ था। उन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इसी विषय को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल के आवास के निकट प्रदर्शन किया। भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. की अगुवाई में संगठन के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
इस दौरान युवा कांग्रेस के कई कार्यकर्ता बसों पर खड़े हो गए और नारेबाजी की। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के कार्यकर्ताओं ने भी प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि ईडी आज सोनिया गांधी से पूछताछ कर रही है। उसने इससे पहले सोनिया गांधी के पुत्र एवं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से इस मामले में पांच दिन तक, 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी। यह जांच कांग्रेस द्वारा प्रवर्तित ‘यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड’ में कथित वित्तीय अनियमितताओं से संबंधित है, जिसके पास नेशनल हेराल्ड अखबार का मालिकाना हक है।
सोनिया और राहुल से पूछताछ की कार्रवाई पिछले साल के आखिर में ईडी द्वारा धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत एक नया मामला दर्ज करने के बाद शुरू की गई थी। इससे पहले, एक निचली अदालत ने 2013 में भाजपा के नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी द्वारा दायर एक निजी आपराधिक शिकायत के आधार पर यंग इंडियन के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लिया था। (एजेंसी)