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    नई दिल्ली.  जहां एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi), ‘भारत जोड़ो यात्रा’ (Bharat Jodo Yatra) में व्यस्त हैं। वहीं आज उन्होंने कहा कि, नफरत और हिंसा फैलाना एक राष्ट्र विरोधी कार्य है और “हम इसमें शामिल हर व्यक्ति से लड़ेंगे।” 

    आज राहुल गांधी ने कहा कि, “हम नयी शिक्षा नीति का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह हमारे इतिहास, परंपराओं को विकृत कर रही है। हम एक विकेंद्रीकृत शिक्षा प्रणाली चाहते हैं।” कांग्रेस नेता ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ 2024 के चुनाव के लिए नहीं है और कांग्रेस, BJP-RSS द्वारा किए जा रहे देश के विभाजन के खिलाफ लोगों को एकजुट करना चाहती है।

    इसके साथ ही आज गांधी ने कहा कि, “मेरी समझ के मुताबिक RSS अंग्रेजों की मदद करते थे और सावरकर को अंग्रेजों से वजीफा मिल रहा था। ये ऐतिहासिक तथ्य है… स्वतंत्रता संग्राम में कहीं भी BJP नहीं दिखेगी.” उनका यह भी कहना था कि, “यह कांग्रेस पार्टी के ही नेता थे जिन्होंने अंग्रेजों से लड़ाई की, जिन्होंने जेल में कई साल बिताया। महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, वल्लभ भाई पटेल, उन्होंने अंग्रेजों से लड़ते हुए अपनी जान दे दी थी.”

    इसके साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज इन आशंकाओं को खारिज कर दिया कि गांधी परिवार पार्टी के अगले अध्यक्ष को रिमोट से नियंत्रित कर सकता है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे दोनों उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खरगे और शशि थरूर कद्दावर और अच्छी समझ रखने वाले व्यक्ति हैं। 

    वहीं राजनीती के कुछ वर्गों का कहना है कि गांधी परिवार अगले कांग्रेस अध्यक्ष को रिमोट से नियंत्रित कर सकता है। इस बारे में पूछे जाने पर गांधी ने कहा, “दोनों लोग जो (चुनाव में) उतरे हैं, उनकी एक हैसियत है, एक दृष्टिकोण है और वे कद्दावर तथा अच्छी समझ रखने वाले व्यक्ति हैं। मुझे नहीं लगता कि उनमें से कोई भी रिमोट कंट्रोल से चलने वाला (पार्टी प्रमुख) है। सच कहूं तो ये बातें उन्हें अपमानित करने के लिए कही जा रही हैं।”