
नई दिल्ली: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने ट्वीट किया कि डाउन मेन लाइन (down main line) को आज 12:05 बजे बहाल कर दिया गया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा कि ओडिशा के बालासोर जिले में ट्रेन हादसे की असल वजह की पहचान कर ली गई है और हादसे से प्रभावित हुई पटरियों की सामान्य सेवाओं के लिए बुधवार तक मरम्मत कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हादसे की वजह ‘प्वाइंट मशीन’ और ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ प्रणाली (‘electronic interlocking’ system) से संबंधित है। वैष्णव ने इस घटना का ‘कवच’ प्रणाली से कोई संबंध होने से इनकार किया।
रेलवे अपने नेटवर्क में ‘कवच’ प्रणाली उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में है, ताकि रेलगाड़ियों के आपस में टकराने से होने वाले हादसों को रोका जा सके। गौरतलब है कि बालासोर में बाहानगा बजार रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार शाम करीब सात बजे कोरोमंडल एक्सप्रेस मुख्य लाइन के बजाय लूप लाइन में प्रवेश करने के बाद वहां खड़ी एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। इस हादसे की चपेट में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी आ गई थी।
#BalasoreTrainAccident | "Down main line has been restored at 12:05 hrs today," tweets Railways Minister Ashwini Vaishnaw
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— ANI (@ANI) June 4, 2023
इस दुर्घटना में कम से कम 288 लोगों की मौत हुई है और 1,100 से अधिक लोग घायल हुए हैं। रेल मंत्री ने कहा, ‘‘दुर्घटना की जांच पूरी कर ली गई है और रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) जैसे ही अपनी रिपोर्ट देंगे तो सभी जानकारियां पता चलेंगी।” उन्होंने कहा, ‘‘इस भीषण घटना की असल वजह की पहचान कर ली गई है…मैं इस पर विस्तार से बात नहीं करना चाहता। रिपोर्ट आने दीजिए। मैं सिर्फ यह कहूंगा कि असल वजह और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान कर ली गई है।” उन्होंने यह भी कहा कि रेल दुर्घटना के करीब 300 पीड़ितों को मुआवजा दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने सोरो हॉस्पिटल में मरीजों और चिकित्सकों से मुलाकात की। हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, रांची, कोलकाता तथा अन्य स्थानों से विशेष ट्रेन चलाई जा रही हैं ताकि मरीज इलाज के बाद घर लौट सकें।” दुर्घटनास्थल पर पत्रकारों से बातचीत में वैष्णव ने कहा कि मरम्मत का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है और एक मुख्य लाइन पर पटरियां पहले ही बिछाई जा चुकी हैं। वैष्णव ने कहा, ‘‘हमने सभी संसाधनों को काम पर लगाया है। मैं यह भी कहना चाहता हूं कि कवच प्रणाली का इस दुर्घटना से कोई संबंध नहीं है। यह हादसा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली में बदलाव की वजह से हुआ।
ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री) की टिप्पणी सही नहीं है।” प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि सिग्नल ‘‘दिया गया था और ट्रेन संख्या 12841 (कोरोमंडल एक्सप्रेस) को अप मेन लाइन के लिए रवाना किया गया था, लेकिन ट्रेन अप लूप लाइन में प्रवेश कर गई और लूपलाइन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई तथा पटरी से उतर गई। इस बीच, ट्रेन संख्या 12864 (बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस) डाउन मेन लाइन से गुजरी और उसके दो डिब्बे पटरी से उतर गए तथा पलट गए।” इस रिपोर्ट की एक प्रति ‘पीटीआई-भाषा’ के पास उपलब्ध है। (एजेंसी)