Indian railway
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    नई दिल्ली. जहाँ एक तरफ सम्पूर्ण देश में बिजली और कोयले (Coal And Electricity) की समस्या व्याप्त है। वहीं इसके साथ ही देश में गहराए कोयला संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से अब कई बड़े अहम कदम उठाए जा रहे हैं। इस सबके बीच अब रेलवे ने 1 हजार से ज्यादा ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। जी हाँ, कोयला रैक के परिवहन के लिए अब आगामी 24 मई तक करीब 1050 ट्रेनों को पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है। वहीं इन रद्द किए गए ट्रेनों में एक्सप्रेस, मेल और कई पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं।

    गौरतलब है कि बीते कुछ दिनों पहले भी आगामी 24 मई तक यात्री ट्रेनों के लगभग 670 फेरों को रद्द करने की अधिसूचना जारी कर दी थी। जिसे अब बढाकर 1050 कर दिया है।गौरतलब है कि इनमें से 500 से अधिक यात्राएं लंबी दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए हैं। वहीं रेलवे ने कोयले की रेलगाड़ियों की औसत दैनिक लोडिंग 400 से अधिक तक बढ़ा दी है, जो बीते पांच वर्षों में अब तक का सबसे अधिक है। 

    वहीं सूत्रों के अनुसार बिजली संयंत्रों में स्टॉक में सुधार और जुलाई-अगस्त में किसी भी संकट से बचने के लिए यह कवायद कम से कम दो महीने तक जारी रहेगी, तब तक, जब तक कि बारिश के कारण कोयला खनन कम से कम न हो जाए।