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    मुंबई : देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में सोमवार(Monday) को मौसम की पहली मध्यम तीव्रता वाली आंधी के प्रभाव के चलते भारी बारिश(Heavy rain) हुई जिससे भीषण गर्मी से कुछ राहत मिली । भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक अगले पांच दिनों के दौरान पश्चिमी राजस्थान(Rajasthan) को छोड़कर देश में कहीं और लू के हालात बनने का अनुमान नहीं है। उत्तरी पाकिस्तान से आने वाली एक अतिरिक्त ऊष्णकटिबंधीय मौसम प्रणाली ने बारिश वाले बादलों का निर्माण किया जिससे पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में सोमवार को सुबह बारिश हुई।

    मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में कई जगहों पर गरज के साथ छींटे पड़े, जबकि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों और राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई। रविवार को उत्तर प्रदेश के फतेहगढ़ में अधिकतम तापमान 45.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिल्ली में सुबह का तापमान 29 डिग्री सेल्सियस से 11 डिग्री गिरकर 18 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। आईएमडी ने कहा, ‘पश्चिम राजस्थान में 26 और 27 मई को कुछ जगह लू की स्थिति होने की संभावना है। इसके अलावा अगले पांच दिनों के दौरान देश के किसी भी हिस्से में लू की स्थिति बनने की संभावना नहीं है।’

    आईएमडी ने कहा कि सोमवार को सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त 24 घंटों में, हरियाणा के फरीदाबाद में नौ सेंटीमीटर बारिश हुई, जबकि गुरुग्राम और झज्जर में सात सेमी बारिश हुई, दिल्ली में पांच सेमी और मसूरी में चार सेमी बारिश हुई। मौसम कार्यालय ने मंगलवार को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अलग-अलग स्थानों पर आंधी व ओलावृष्टि और जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान तथा पश्चिम मध्य प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर तेज हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटे) चलने का अनुमान जताया है। उत्तर पश्चिम भारत तीव्र गर्मी की स्थिति से जूझ रहा था, मुख्य रूप से आंधी के अभाव के कारण जो इस क्षेत्र में गर्मियों के दौरान अक्सर आती थी। मार्च-अप्रैल-मई के गर्मियों के महीनों में आमतौर पर 12 से 14 दिनों के लिए आंधी के साथ बारिश होती है, लेकिन इस मौसम में केवल चार से पांच बार आंधी के साथ बारिश हुई है और वह भी ज्यादातर शुष्क। (एजेंसी)