नई दिल्ली. ‘श्रीरामचरितमानस कांड’ (Shri Ramcharitmanas) में अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर (Chandrashekhar Singh) को उनके और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कड़ी फटकार लगाई है। ख़बरों के अनुसार, एक कैबिनेट बैठक में CM नीतीश कुमार ने चंद्रशेखर को पटकार लगते हुए, अनरगल बयानबाजी के बजाय अपने काम पर ही ज्यादा ध्यान देने की नसीहत दी।
नीतीश की तगड़ी फटकार
सूत्रों के अनुसार, नीतीश कुमार ने मंत्री चंद्रशेखर को फटकार लगते हुए कहा कहा कि, इस तरह की बयानबाजी के बजाय अगर आप अपने काम पर ध्यान देंगे तो ज्यादा बेहतर होगा। गौरतलब है कि, बीते दिनों शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने ‘श्रीरामचरितमानस’ पर एक विवादित बयान दिया था। इसी बयान के बाद से नीतीश सरकार लगातार BJP के निशाने पर है। साथ ही अब तो BJP मंत्री चंद्रशेखर को बर्खास्त करने की मांग कर रही है।
दरअसल शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा ‘श्रीरामचरितमानस’ पर दिए अपने विवादित बयान के बाद लोगों में काफी नाराजगी है। साथ ही इस घटना से देश की सियासत भी गरमा गई है। वहीं इस बाबत बीजेपी के साथ-साथ तमाम हिंदू संगठनों ने मांग की है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर अपने विवादित बयान के लिए देश की जनता से माफी मांगें। हालांकि शिक्षा मंत्री ने इस मुद्दे पर दो टूक जवाब दिया है कि वह अपने बयान पर कायम हैं और इसके लिए कोई उनके जीभ काट ले या उन्हें गोली मरवा दे, तब भी वह माफी नहीं मागेंगे।
क्या था मामला
अमेरिक ने जिस शख्स को ज्ञान का प्रतीक कहा,भीमराव अंबेडकर, उन्होंने मनुस्मृति क्यों जलाई?हम उस राम के भक्त हैं जो शबरी के झूठे बेर खाते हैं उसके नहीं जो शंबूक का वध करे…मेरी जीभ काटने पर फतवा दिया है,हमारे पुरखे जीभ कटवाते रहे हैं इसलिए हम बयान पर अडिग हैं:बिहार के शिक्षा मंत्री https://t.co/RVZpubYELc pic.twitter.com/UOfLtHVwof
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 12, 2023
जानकारी दें कि, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सिंह ने बिहार के नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के 15वें दीक्षांत समारोह में छात्रों को संबोधित करने के दौरान एक विवादित बयान में रामचरितमानस और मनुस्मृति को समाज को बांटने वाली किताब करार दिया था। साथ ही उन्होंने कहा था कि, इस किताब से समाज में नफरत फैलती है।
इधर मामले पर अयोध्या के महंत जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी। साथ ही उन्होंने मंत्री चंद्रशेख को भी पद को बर्खास्त करने की मांग की थी। वहीं उन्होंने कहा था कि, शिक्षा मंत्री की जीभ काटने वाले को वो अब खुद 10 करोड़ रुपये का इनाम भी देंगे। जिस पर चंद्रशेखर सिंह ने पलटकर बयान दिया था कि, “मेरी जीभ काटने पर फतवा दिया है। हमारे पुरखे सच्चाई को लेकर अपनी जीभ कटवाते रहे हैं इसलिए हम भी अपने बयान पर अडिग हैं।”