राणा कपूर के दावों को कांग्रेस ने नाकारा, कहा- जो लोग जिंदा नहीं उनके ऊपर लगाए आरोप

    Loading

    नई दिल्ली: एम एफ हुसैन की पेंटिंग खरीद मामले (M F Hussein Painting Case) में यस बैंक (Yes Bank) के पूर्व प्रमुख राणा कपूर (Rana Kapoor) द्वारा के किए गए दावों को कांग्रेस पार्टी ने नकार दिए हैं। रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु संघवी (Abhishekh Manu Sanghvi) ने कहा कि, “एक व्यक्ति जो वर्षों से सलाखों के पीछे है, मृत लोगों के बारे में आरोप लगाता है और सरकार कूद रही है क्योंकि यह उनके राजनीतिक कोण के अनुरूप है। वे 2010 के लेन-देन के संबंध में 2022 तक बर्तन उबालना चाहते हैं जब न तो मुरली देवड़ा और न ही अहमद पटेल इनकार करने के लिए (जीवित) हैं।”

    M F Hussein Penting: राणा कपूर ने क्या किया है वादा?

    प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को राणा कपूर धनशोधन मामले में आरोप पत्र दायर किया है। जिसके मुताबिक यस बैंक के सह संस्थापक राणा कपूर ने केंद्रीय एजेंसी को बताया कि उसे कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा से एम एफ हुसैन की पेंटिंग (M F Hussein Painting) खरीदने के लिए ‘विवश’ किया गया और तस्वीर से प्राप्त राशि का उपयोग गांधी परिवार ने सोनिया गांधी का न्यूयॉर्क में उपचार कराने के लिए किया।

    आरोप पत्र के मुताबिक कपूर ने ईडी को बताया कि तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने कहा था कि यदि उसने एम एफ हुसैन की पेंटिंग (M F Hussein Painting) को खरीदने से मना किया तो न केवल इससे गांधी परिवार से संबंधों को बनाने में बाधा उत्पन्न होगी बल्कि उससे ‘पद्म’ सम्मान प्राप्त करने में कठिनाई होगी।

    आरोप पत्र के मुताबिक कपूर ने दावा किया है कि उसने पेंटिंग के एवज में दो करोड़ रुपये की राशि का भुगतान चेक में किया। उसने दावा किया कि ‘‘मिलिंद देवड़ा (पूर्व कांग्रेस सांसद और दिवंगत मुरली देवड़ा के पुत्र) ने गोपनीय तरीके से उन्हें सूचना दी कि इस पेंटिंग की बिक्री से मिलने वाले धन का उपयोग गांधी परिवार सोनिया गांधी के न्यूयॉर्क में उपचार पर करेगा।

    कपूर ने ईडी को यह भी बताया कि सोनिया गांधी के करीबी अहमद पटेल ने उनसे कहा था कि गांधी परिवार की इस सही समय पर सोनिया गांधी के उपचार में सहयोग कर उन्होंने (कपूर ने) अच्छा काम किया है और ‘पद्म भूषण’ देने के लिए उनके नाम पर समुचित ढंग से विचार किया जाएगा।