Swami Prasad Maurya
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    नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) अपने बयानों के चलते सुर्ख़ियों में रहते है। अब एक बार फिर उन्होंने ऐसा बयान दिया है। जिस वजह से उनकी अब चर्चा हो रही है। हाल ही स्वामी प्रसाद मौर्य ने फेसबुक और ट्विटर एक पोस्ट किया है। इस पोस्ट के कारण अब विवाद शुरू हो सकता है। 

    स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने ट्विटर और फेसबुक पर पोस्ट करते हुए  लिखा, ‘धर्म के नाम पर आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों और महिलाओं पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को प्रतिबंधित किए जाने की मांग पर कुछ धर्म के ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने और सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है। अगर यही बात कोई और कहता तो यही ठेकेदार उसे आतंकवादी कहते, लेकिन अब इन संतों, महंतों, धर्माचार्यों और जाति विशेष लोगों को क्या कहा जाए आतंकवादी, महा शैतान या जल्लाद।’

    मालूम हो कि, स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya)  ने श्री रामचरित मानस पर टिप्पणी  की थी। उन्होंने  कहा था कि, ‘रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों में जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर यदि समाज के किसी वर्ग का अपमान हुआ है तो वह निश्चित रूप से धर्म नहीं है। यह अधर्म है, जो न केवल भाजपा बल्कि संतों को भी हमले के लिए आमंत्रित कर रहा है।’

    उन्होंने आगे कहा था कि,’रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों में तेली और कुम्हार जैसी जातियों के नामों का उल्लेख है जो इन जातियों के लाखों लोगों की भावनाओं को आहत करती हैं।’ उनके इस बयान के बाद हर कोई उनकी आलोचना कर रहा था।कई जगहों पर उनका विरोध भी किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इसी दौरान बीजेपी के एक नेता ने मौर्य की जीभ काटने वाले को 5 लाख रुपए का इनाम देने का भी ऐलान कर दिया था।