नई दिल्ली: देश (India) में कोरोना (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) की टेंशन के बीच कर्नाटक (Karnataka) से एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई है। एक रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक के बेंगलुरु की यशवंतपुर पुलिस एक ऐसे मामले की जांच में जुटी है जहां तीन लुटेरों ने घर में घुसने के लिए एक महिला को अपनी पहचान ‘ओमीक्रोन’ वैक्सीन देने वाले हेल्थ वर्कर्स के रूप में बताई। यही नहीं लुटेरों ने लूट को अंजाम देने के लिए हैंड ग्लव्स भी पहने थे ताकि घरवालों को उन पर किसी भी तरह का शक न हो। कर्नाटक पुलिस ने मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस के अनुसार, तीन लुटेरे एक कार में आए थे और एक आरोपी हाथ में दस्तानों के साथ 29 नवंबर को खुद को टीकाकरण ड्यूटी पर एक चिकित्सा कर्मचारी बताया और घर के अंदर घुस गया। आरोपी ने पिस्ता देवी नाम की महिला और उनकी बहू रक्षा से कोविड-19 के टीकाकरण के बारे में पहले कुछ सवाल पूछे। पिस्ता देवी ने पति को फोन करने की कोशिश की तो आरोपी ने उसके माथे पर गन रख दी और अन्य दो लोगों ने उन्हें एक कमरे में बंद कर घर से 50 ग्राम सोने के जेवर लूट लिए।
#Karnataka police have taken two persons into custody in connection with a theft, in which robbers entered the house on pretext of administering jab for #Omicron and looted gold jewellery in #Bengaluru. pic.twitter.com/MMA8M9G6ZE
— IANS Tweets (@ians_india) December 4, 2021
रिपोर्ट में कहा गया है कि, जब पिस्ता देवी का बड़ा बेटा विक्रम सिंह घर लौटा तो लुटेरों ने उससे पूछा कि क्या उसने टीका लगाया है। जैसे ही विक्रम ने कहा कि उसे पूरी तरह से वैक्सीन लग चुकी है तो आरोपी मौके से फरार हो गए। घर के अंदर जाने के बाद उसे पूरी वारदात के बारे में पता चला जिसके बाद पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। अब पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को शक है कि, बदमाशों ने कथित तौर पर वाहन की रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट बदल दी थी। पुलिस को शक है कि कार चोरी की थी और लूट के लिए इस्तेमाल की गई थी।