वहीं, इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए इस मामले में निष्पक्ष जांच का समर्थन किया है।
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जंग (Russia Ukraine War) अभी भी शुरू है। इस जंग में कई आम नागरिकों की जान गई है। इसी बीच भारत (India) ने यूक्रेन (Ukraine) के बूचा शहर में आम जनता को बेरहमी से मारने की घटना की निंदा की है। वहीं, इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए इस मामले में निष्पक्ष जांच का समर्थन किया है।
हाल ही में हुई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC Meeting) हुई थी। जिसमें पहली बार भारत (India) ने रूस (Russia) के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया दी है। परिषद में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि, “बूचा में नागरिक हत्याओं की हालिया रिपोर्टें बहुत परेशान करने वाली हैं। हम इन हत्याओं की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं और एक स्वतंत्र जांच के लिए समर्थन का आह्वान करते हैं।” इसके साथ ही उन्होंने हिंसा को तत्काल रोकने और शत्रुता समाप्त करने के की अपनी बात को दोहराया।
तिरुमूर्ति ने कहा कि, ‘यूक्रेन में पिछले 1 महीने से युद्ध चल रहा है। यूक्रेन में बिगड़ती स्थिति पर भारत काफी चिंतित है। उन्होंने कहा कि, यूक्रेन संकट का असर अब पूरी दुनिया पर पड़ रहा है। इस युद्ध के वजह से खाद्य और ऊर्जा सामग्री महंगी हो रही हैं। इसका असर सबसे ज्यादा विकासशील देशों पर पड़ रहा है।
Keeping in view the dire humanitarian situation in #Ukraine, India has been sending humanitarian supplies to Ukraine & its neighbours, incl medicines & other essential relief materials. We stand ready to provide more medical supplies to Ukraine in the coming days: India at UNSC pic.twitter.com/PlBEDKVhzc
— ANI (@ANI) April 5, 2022
तिरुमूर्ति ने कहा कि, “जब बेकसूर लोगों की जिंदगी दांव पर लगी हो, तो कूटनीति को ही एकमात्र व्यवहार्य विकल्प के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए।”
भारत के अलावा बूचा में हुए आम लोगों की हत्या को लेकर अब अमेरिका और उसके अन्य सहयोगी देशों ने रूस को घेरा है। वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पुतिन पर अपने नागरिकों से सच छिपाने का आरोप लगाया।
वहीं, परिषद को संबोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने कहा कि, बूचा में आम नागरिकों की हत्या की भयावह तस्वीरों को भुला पाना संभव नहीं है। उन्होंने प्रभावी जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए तत्काल निष्पक्ष जांच का आह्वान किया।