
मुंबई : महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति में भूचाल मचा हुआ है। उद्धव ठाकरे गुट (Uddhav Thackeray faction) के नेता और सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हमारी न्यायपालिका को धमकी दी जा रही है। अगर देश के कानून मंत्री कहते हैं कि “यदि आप वह नहीं करते हैं जो हम कहते हैं, तो हम देखेंगे। इसका क्या मतलब है? जस्टिस चंद्रचूड़ का कहना है कि न्यायपालिका पर कोई दबाव नहीं है, बल्कि दबाव है।
संजय राउत ने आगे कहा कि इस सरकार ने सत्ता में आने के बाद से न तो संसद के नियमों का पालन किया, न ही न्यायपालिका और संविधान का। वे सीबीआई, न्यायपालिका और ईडी में दखल दे रहे हैं। वे सारी कानून-व्यवस्था अपने हाथ में ले रहे हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के माफ़ी मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा कि माफी नहीं मांगेंगे राहुल गांधी। उन्हें क्यों माफी मांगनी चाहिए? रही बात माफी मांगने की तो बीजेपी के कई मंत्री ऐसे हैं जिन्हें माफी मांगनी पड़ रही है। उन्होंने माइक बंद कर दिया और मुझ जैसे लोगों को मुंह बंद करने के लिए जेलों में डाल दिया।
Rahul Gandhi won’t apologise. Why should he apologise? If it’s about apology, then there are many Ministers of BJP who need to apologise. They switched off the mic, and put people like me in jails to shut our mouths: Sanjay Raut, Uddhav Thackeray Faction
— ANI (@ANI) March 19, 2023
दूसरी ओर कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा कि टीएमसी को छोड़कर 16 विपक्षी दल जेपीसी की मांग कर रहे हैं लेकिन अचानक उन्होंने (बीजेपी) लंदन में राहुल गांधी की कही बातों का मुद्दा उठा दिया। वे जेपीसी से ध्यान हटाने और कांग्रेस और राहुल गांधी को बदनाम करने के लिए उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं।
#WATCH | 16 Opposition parties except TMC are demanding JPC but suddenly they (BJP) brought up an issue of what Rahul Gandhi said in London. They are presenting his statement in a distorted manner to divert attention from JPC&to defame Congress &Rahul Gandhi: Cong leader J Ramesh pic.twitter.com/MPDuGaWuik
— ANI (@ANI) March 19, 2023
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा को समाप्त हुए 45 दिन हो चुके हैं। वे (दिल्ली पुलिस) 45 दिनों के बाद पूछताछ के लिए जा रहे हैं। अगर उन्हें इतनी ही चिंता है तो फरवरी में उनके पास क्यों नहीं गए? राहुल गांधी की कानूनी टीम कानून के अनुसार इसका जवाब देगी।