नई दिल्ली: वीर सावरकर (Savarkar Politics) को लेकर देश का सियासी पारा फिर गरमा गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) ने वीर सावरकर को लेकर एक बयान में कहा कि महात्मा गांधी के कहने पर उन्होंने अंग्रेजों के समक्ष दया याचिका दी थी। इसे लेकर अब घमासान शुरू हो गया है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि ये लोग इतिहास को तोड़कर पेश कर रहे हैं।
वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि ये लोग इतिहास को तोड़कर पेश कर रहे हैं। एक दिन ये लोग महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता के दर्ज़े से हटाकर सावरकर को ये दर्ज़ा दे देंगे। न्यायाधीश जीवन लाल कपूर की जांच में सावरकर को गांधी की हत्या में शामिल पाया गया था।
राजनाथ के बयान पर ओवैसी बोले-ये लोग इतिहास को तोड़कर पेश कर रहे हैं-
They are presenting distorted history. If this continues, they’ll remove Mahatma Gandhi & make Savarkar the father of the nation, who was accused of the murder of Mahatma Gandhi & was pronounced complicit in the inquiry of Justice Jeevan Lal Kapur: AIMIM chief Asaduddin Owaisi https://t.co/1aEsVMgZLC pic.twitter.com/ue2Q8Oxy3Z
— ANI (@ANI) October 13, 2021
गौर हो कि राजनाथ सिंह ने कहा कि विचारधारा के चश्मे से देखकर वीर सावरकर के योगदान की उपेक्षा करना और अपमानित करना क्षमा योग्य नहीं है। सिंह ने उदय माहूरकर और चिरायु पंडित की पुस्तक ‘वीर सावरकर हु कुड हैव प्रीवेंटेड पार्टिशन’ के विमोचन कार्यक्रम में ये बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वीर सावरकर महानायक थे और भविष्य में भी रहेंगे।
वहीं इससे पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में कहा कि देश में मौजूदा समय में वीर सावरकर के बारे में सही जानकारी का अभाव है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही विनायक दामोदर सावरकर को बदनाम करने की मुहिम देश में चली है। आरएसएस चीफ ने कहा कि निशाना कोई शख्स नहीं बल्कि राष्ट्रवाद था।