Shraddha Murder Case
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    नई दिल्ली. श्रद्धा मर्डर केस (Shradhha Murder Case) में आज पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। मिली खबर के अनुसार, मेहरौली के जंगलों से मिली हड्डियों का DNA के श्रद्धा के पिता से मैच कर गया है। दरअसल ये हड्डियां मेहरौली और गुरुग्राम के जंगलों से मिली थीं। पता हो कि, श्रद्धा और आफताब 8 मई को मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हुए थे। लेकिन फिर 10 दिन बाद यानी बीते 18 मई को आफताब (Aftab Poonawala) ने श्रद्धा का मर्डर कर दिया था। अफताब ने यह भी बताया था कि, उसने श्रद्धा के टुकड़े करके जंगलों में फेंके थे।

    इस DNA मिलान से यह साफ हो गया कि, मेहरौली और गुरुग्राम के जंगलों से बरामद हड्डियां श्रद्धा की ही थीं।  बाद में इन बरामद सैंपल्स को CFSL भेजा गया था।  ये तमाम हड्डियां आरोपी आफताब की निशानदेही पर ही बरामद की गई थी। 

    गौरतलब है कि, आरोपी आफताब (Aftab Poonawala) की न्यायिक हिरासत भी फिलहाल 14 दिनों के लिए बढ़ा दी गई है। वहीं कुछ दिनों पहले खुद श्रद्धा वॉकर के पिता विकास वॉकर (Vikas Walker) ने भाजपा (BJP) नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) के साथ महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) से मुलाकात की थी जहां दोनों के बीच श्रद्धा के मर्डर और आफताब को लेकर चर्चा हुई थी। 

    इतना ही नहीं श्रद्धा के पिता मीडिया से भी रूबरू हुए थे। इस दौरान उन्होंने आफताब को कड़ी सजा देने की मांग की थी। मीडिया से बातचीत के दौरान विकास ने कहा था कि, आफताब को भी फांसी होनी चाहिए। इतना ही नहीं, विकास ने आफताब के परिजनों, रिश्तेदारों और घटना में शामिल अन्य सभी के खिलाफ जांच करने की भी बात कही थी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया था कि, दिल्ली पुलिस ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि उन्हें न्याय मिलेगा और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी उन्हें इसका आश्वासन दिया है। 

    जानकारी दें कि, 28 वर्षीय आफताब को दिल्ली पुलिस ने श्रद्धा मर्डर केस में 12 नवंबर को हिरासत में लिया था। जिसके बाद पुलिस के पूछताछ में आफताब ने बताया था कि, श्रद्धा उस पर शादी का दबाव डाल रही थी। इसी को लेकर उसका 18 मई को श्रद्धा के साथ झगड़ा हुआ था। बाद में उसने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी थी। वहीं बाद में श्रद्धा की हत्या करने के बाद उसने शव के आरी से 35 टुकड़े किए थे। वहीं वह रोज रात में महरौली के जंगलों में शव के एक टुकड़े फेंकने जाया करता था। जांच दल के सूत्रों की मानें तो आफताब को खुद के द्वारा की गई श्रद्धा की हत्या के लिए कोई पछतावा नहीं था।