नई दिल्ली: केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले (Ramdas Athawale) ने कहा कि कानून के सामने सब बराबर हैं। वह फिर वो शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान हों या फिर कुंभ मेले में गांजा पीने वाले भोंदू बाबा। उन सभी पर कार्रवाई होना जरुरी है। अगर आश्रम में ड्रग्स की बिक्री हो रही है तो नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को भी वहां कार्रवाई करनी चाहिए।
लोकमत मीडिया कि रिपोर्ट के अनुसार रामदास आठवले ने आरोप लगाया कि एनसीबी के अधिकारी समीर वानखेड़े को महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मंत्री नवाब मलिक इसलिए निशाना बना रहे हैं क्योंकि वह दलित हैं। नशीली दवाओं के मामले में अपने दामाद की गिरफ्तारी से परेशान नवाब मलिक ने वानखेड़े को बदनाम करने की साजिश रची है।
उन्होंने आगे कहा कि एनसीबी को पांच ग्राम दवाओं की जानकारी मिल सकती है। तो फिर खुलेआम गांजा पिने वाले बाबा क्यों नहीं दिखते?
उन्होंने यह भी कहा कि सभी को समान न्याय मिलना चाहिए। कानून के अनुसार नशा करने वाले बाबाओं को भी जेल में डाला जाना चाहिए और सामाजिक न्याय विभाग की भूमिका के अनुसार नशामुक्ति केंद्र में भर्ती किया जाना चाहिए।