नई दिल्ली. भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर में भारतीय पहलवानों का धरना प्रदर्शन जारी है। आज प्रदर्शन का दूसरा दिन है। महिला पहलवानों ने सिंह और कुछ कोच पर ओलिंपिक विजेता खिलाड़ियों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। उन्होंने सिंह के इस्तीफे और उन्हें जेल भेजने की मांग की है। इस बीच, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए इसे गंभीर मामला बताया है।
ठाकुर ने कहा, “जो आरोप लगे हैं वो गंभीर हैं, इसका संज्ञान लेते हुए खेल मंत्रालय ने WFI को नोटिस दिया और 72 घंटे के अंदर जवाब मांगा है। जो कैंप लगना था उसे आगे के लिए टाल दिया गया है। मेरा प्रयास है कि मैं वापस जाकर खिलाड़ियों से मिलूंगा। उचित कार्रवाई की जाएगी।”
Taking cognisance of the allegations, the Sports Ministry sent a notice to WFI and sought a reply within 72 hours. The upcoming camp has also been postponed with immediate effect. I am going to Delhi and will meet the wrestlers: Union Sports Minister Anurag Thakur, in Chandigarh pic.twitter.com/QNGvdg98xz
— ANI (@ANI) January 19, 2023
इससे पहले दिन में विनेश फोगाट ने कहा, “हमारे साथ 5-6 महिला पहलवान हैं जिन्होंने इन शोषण का सामना किया है और हमारे पास इसे साबित करने के सबूत हैं। आज विरोध का दूसरा दिन है और हमें सरकार से कोई संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हम सुनिश्चित करेंगे कि बृजभूषण सिंह इस्तीफा दें और उन्हें जेल हो, हम केस दर्ज कराएंगे।”
फोगाट ने कहा, “हमें जान का भी खतरा है, हमने पुलिस का प्रोटेक्शन भी नहीं ली है। जब शोषण होता है तो एक कमरे में होता है वहां कैमरे नहीं लगाए जाते हैं। अगर कमरे होते तो ये लड़कियां पहले ही इस बात का खुलासा कर देती। वे लड़कियां भी हमारे साथ हैं जो इसे साबित कर सकती हैं।” उन्होंने कहा, “जिन लड़कियों का शोषण हुआ है वह लड़कियां बाहर निकल कर आ रही है। वो लड़कियां आज आपके सामने बैठी है। इनमें से ही वो लड़कियां है। मैं नहीं चाहती कि उनका खुलासा हो लेकिन हमें मजबूर किया गया तो हमें वो सब करना पड़ेगा जो हिंदुस्तान की लड़कियों-महिलाओं के लिए सबसे बुरा दिन होगा।”
पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा, “हमारी लड़ाई फेडरेशन के खिलाफ है न कि सरकार के खिलाफ। हम चाहते हैं कि फेडरेशन को बंद किया जाए क्योंकि फेडरेशन में वे अपने ही लोगों को बिठाएंगे। अगर इसका समाधान जल्दी नहीं निकला तो हम कानून का भी सहारा लेंगे।”
वहीं, महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा, “मीटिंग में सिर्फ आश्वासन दिया गया है, किसी तरह का ठोस कदम या एक्शन लेने की बात नहीं की गई। हम रेसलिंग फेडरेशन को भंग करवाना चाहते हैं। हर जगह उनके लोग हैं। हमें केरल, महाराष्ट्र से फोन आ रहे हैं जो पीड़ित रही हैं। हमारी PM से गुजारिश है कि इंसाफ करें।”
क्या है मामला?
गौरतलब है कि, भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) और WFI के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Singh) के खिलाफ यौन शोषण के आरोप लगाए जाने पर फिलहाल बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और अन्य रेसलर जंतर-मंतर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसके साथ ही ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया सहित 30 से अधिक पहलवानों ने कुश्ती महासंघ पर शोषण का और बृजभूषण सिंह पर मनमाने तरीके से संघ को चलाने का भी गंभीर आरोप लगाया है। जिस पर जवाब देते हुए बृजभूषण सिंह ने कहा कि अगर यह आरोप अगर सिद्ध हुए तो वो फांसी लगा लेंगे।