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    नई दिल्ली/अयोध्या. जहाँ एक तरफ अयोध्या की तपस्वी छावनी के उत्तराधिकारी परमहंस दास (Jagatguru Paramhans Acharya) को बीते मंगलवार को जब ताजमहल में प्रवेश करने से रोक दिया गया था। वहीं इस बात की भनक जब हिंदूवादी संगठनों को हुई तो उनमें भयंकर आक्रोश फैल गया। इसके चलते आज यानी गुरुवार सुबह राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पाराशर (Govind Parashar) ताजमहल पर जगद्गुरु परमहंस दास के अंदाज में ही पहुंचे। दरअसल उन्होंने भगवा कपड़े पहने हुए थे और हाथ में जगद्गुरु की तरह ब्रह्मदंड भी लिया हुआ था। ये देखकर मौके में कौजूद सभी सभी हैरान थे। वहीं गोविंद पाराशर (Govind Parashar) ने बताया कि, उन्हें तो किसी ने नहीं रोका।

    वहीं इस दौरान प्रदशर्नकारियों के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद रही। साथ ही संगठन के नेताओं ने जगद्गुरु मामले में दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही हिंदू महासभा के पदाधिकारी जगद्गुरु के अपमान के खिलाफ विरोध करने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के दफ्तर पहुंचे और उन्होंने पुतला दहन करने की भी कोशिश की। इस दौरान मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने हिंदूवादियों को पुतला दहन करने से पहले ही उन्हें रोक दिया।

    बता दें कि अयोध्या (Ayodhya) के तपस्वी छावनी के जगद्गुरु परमहंसाचार्य (Jagatguru Paramhans Acharya) ने आरोप लगाया था कि, उन्हें आगरा (Agra) में ताजमहल जाने से रोका गया है। उनका यह भी कहना था कि, भगवा पहने होने की वजह से उन्हें ताजमहल (TajMahal) में जाने से रोका गया था। वहीं, मामले पर वहां मौजूद अफसरों का कहना था कि जगद्गुरु को लोहे का ब्रह्मदंड अंदर ले जाने से मना किया गया था।

    हालाँकि इस घटना के बाद संत जगद्गुरु परमहंसाचार्य (Jagatguru Paramhans Acharya) सभी को आशीर्वाद देकर वहां से वापस अयोध्या लौट गए थे। हालांकि, संतों का अपमान होने पर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने वहीं उनसे क्षमा भी मांगी थी। बता दें कि, अयोध्या के तपस्वी छावनी से जुड़े संत परमहंस (Jagatguru Paramhans Acharya) धार्मिक और सांस्कृतिक यात्रा पर आगरा पहुंचे थे।