तेलंगाना: कलंक और भेदभाव के बीच 2 ट्रांसजेंडर ने रचा इतिहास, सरकारी अस्पताल में बनीं मेडिकल ऑफिसर

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    हैदराबाद: तेलंगाना (Telangana) में दो ट्रांसजेंडर डॉक्टर (: Two transgender doctors) तेलंगाना में सरकारी सेवाओं में शामिल किए गए। इतिहास रचते हुए हैदराबाद के उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल (Osmania General Hospital) के अधीक्षक नागेंदर ने बताया कि ओसमोनिया अस्पताल में ट्रांसजेंडर क्लीनिक की स्थापना का प्रस्ताव था। 3 चिकित्सा अधिकारियों की रिक्तियां थीं। इसी क्रम में इनकी नियुक्ति  की गई है। इसमें एक HIV प्रभावित को भी मौका दिया गया है।  

     उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल के अधीक्षक  नागेंदर कि इन पदों के लिए 36 डॉक्टरों ने आवेदन किया था। इसमें हम ट्रांसजेंडर और HIV प्रभावित चिकित्सा पेशे को प्राथमिकता देना चाहते थे। हमने 3 डॉक्टरों की भर्ती की है, 2 ट्रांसवुमन हैं और एक HIV प्रभावित चिकित्सा अधिकारी है। 

    तेलंगाना में दो ट्रांसजेंडर प्राची राठौड़ और रूथ जॉन पॉल इतिहास रचते हुए राज्य में सरकारी सेवा में शामिल होने वाले पहले ट्रांसजेंडर डॉक्टर बन गए हैं। दोनों ट्रांसजेंडर डॉक्टर प्राची राठौड़ और रूथ जॉन पॉल ने हाल ही में इस अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर के पद पर काम शुरू किया गया है।  उन्होंने कहा सामाजिक कलंक और भेदभाव उन्हें इसे बचपन से ही सहना पड़ा है और यहां तक पहुंचना इतना आसान नहीं था। अब हमे खुशी हैं।  

    डॉ. प्राची राठौड़ ने बताया कि मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। यह पहली बार जब एक ट्रांसजेंडर सरकारी अस्पताल के लिए काम कर रही है। रोगी का इलाज करके बहुत अच्छा लग रहा है क्योंकि वे हमें हमारे लिंग के मुताबिक नहीं बल्कि एक डॉक्टर की तरह देख रहे हैं। बचपन से भेदभाव और कलंक की भावना के बीच यह काम शुरू किया है।