Amrit Udyan
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    नई दिल्ली: मुगल गार्डन (Mughal gardens) का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ (Amrit Udyan) कर दिया गया है। अब इसको लेकर हंगामा शुरू हो गया है। पक्ष-विपक्ष में बयानबाजी तेज हो गई है। इसी बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) आज इस ‘अमृत उद्यान’ की आधिकारिक शुरुआत करेंगी। जिसके बाद राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) के प्रतिष्ठित मुगल गार्डन को  ‘अमृत उद्यान’ के नाम से जाना जाएगा। फ़िलहाल इस नाम बदलने पर सियासत भी तेज हो गई है। 

    अब नाम में बदलाव को लेकर विपक्ष के नेताओं ने हल्ला बोल दिया है। सपा नेता अबू आजमी ने कहा कि इस देश के इतिहास को मिटाने की कोशिश की जा रही है।फिर भी इतिहास मिटाया नहीं जा सकता, इतिहास लिखा नहीं जाता, रचा जाता है।  वहीं दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि मुगलों ने न जाने कितने हिंदुओं का कत्ल किया, कितने मंदिरों को नष्ट किया। केवल मुगल गार्डन ही नहीं बल्कि पूरे देश से इनका नाम हटा देना चाहिए।  

    वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के नेता अमीक जमी ने कहा कि देश के अमृत महोत्सव का नाम जहर महोत्सव कर देना चाहिए। बीजेपी के कई नेताओं ने मुगल गार्डन का नाम बदलकर ‘अमृत उद्यान’ करने के फैसले को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए इसका स्वागत किया। 

    मुग़ल गार्डन का नाम बदलने की मांग हिंदू महासभा ने की थी। 2019 में हिंदू महासभा ने मांग की थी कि मुग़ल गार्डन का नाम बदलकर राजेंद्र प्रसाद उद्यान कर दिया जाए। उस वक़्त ये मांग नहीं मानी गई थी लेकिन अब दिल्ली की एक पहचान बन चुके मुग़ल गार्डन को नया नाम दे दिया गया है।