(Rovaniemi- Santa's Village)
(Rovaniemi- Santa's Village)

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    नई दिल्ली: हर जगह क्रिसमस की तैयारियां (Celebrate Christmas) पूरे धूमधाम से चल रही है। ऐसे में सांता क्लॉज के कई सारे कपड़े मार्केट में मिल रहे है वही क्यूट सांता हर किसी को बेहद पसंद है। लेकिन जिस सांता से हम सब मिलना चाहते है उस सांता के बारे में क्या आपको पता है की वो कहा रहता है उसका गांव कौनसा है? नहीं ना ? तो चलिए आज हम आपको सांता के गांव के बारे में बता रहे है, जिसके बारे में शायद आपको पता नहीं है….. 

    यहां है सांता का गांव 

    आपको को बता दें कि बर्फ की चादर ओढ़े रहने वाले फिनलैंड के लैपलैंड में सांता क्लॉज का गांव है। सांता के इस गांव का नाम ‘रोवानिएमी’ (Rovaniemi) है। इतना ही नहीं बल्कि इस गांव को दुनिया में आध‍िकारिक रूप से सैंटा क्‍लॉज के गांव का दर्जा मिला हुआ है। बता दें कि हर साल पूरी दुनिया भर से लोग यहां सैंटा से मिलने पहुंचते हैं, लेकिन पिछले दो सालों से चल रहे कोविड की वजह से पर्यटकों की संख्या में आमतौर के मुकाबले कमी आई है।

    23 दिसंबर शुरू होता है सेलिब्रेशन  

    सांता के इस ‘रोवानिएमी’ नाम के गांव में क्रिसमस सेलिब्रेशन की शुरुआत 23 दिसंबर से हो जाती है। इस सेलिब्रेशन की शुरुआत ‘सैंटा इज ऑन हिज वे’ इवेंट से होती है। इस दिन सांता क्लॉज रेनडियर वाली अपनी स्लेज के जरिए लोगों से मिलने निकल पड़ते हैं। इस तरह वहां शुरू होता है क्रिसमस का यह त्यौहार।

     यहां हुआ था सांता का जन्म

    सांता के गांव की कई खासियत है। जी हां फिनलैंड की लोक कथाओं के मुताबिक, 270 ईसवीं में सांता इसी क्षेत्र में जन्मे थे। यहां के ‘रोवानिएमी’ गांव में  सांता क्लॉज जैसा सांता रहता है। ट्रैवल मैप में यह गांव अब इसी नाम से जाता है। शायद आपको यकीन ना हो लेकिन इस गांव में सैंटा का एक ऑफिस और स्टाफ है। तना ही नहीं बल्कि इसकी एक आधिकारिक वेबसाइट भी है।

    दुनिया भर से पहुंचती है चिढ़ियां दरसअल फिनलैंड का रोवानिएमी गांव साल भर बर्फ से ढका रहता है। यहां हर जगह बस बर्फ ही बर्फ होता है। यहां लकड़ी से बने झोपड़ीनुमा घर हैं।  बता दें कि साल भर दुनिया के हर कोने से चिट्ठियां पहुंचती है। इन चिट्ठियों को इकट्ठा करने के लिए एक टीम काम करती है, फिर इसे सैंटा तक पहुंचाया जाता है। यहां सफेद दाढ़ी और लाल पोशाक में सैंटा रहते हैं। 

     

    सैंटा के ऑफिस में चिट्टियां और खिलौने

    जी हां सैंटा के ऑफिस में हर तरफ बच्चों की चिट्टियां और तोहफे नजर आते हैं और यह सब सैंटा के लिए भेजा गया है। अब आपके मन में सवाल होगा की फिर आखिर इन चिट्ठियों का क्या होता होगा? आपको बता दें कि सांता इन चिट्ठियों को पढ़ते है और इसके साथ इनके जवाब भी देते हैं। यानी जिनकी चिट्ठी इनके पास पहुंचती हैं उतनी जवाब के तौर पर बच्‍चों को भेजी भी जाती हैं।

    सांता के 2 काम

    दरअसल साल भर तक सैंटा के पास सिर्फ दो काम होते हैं, चिट्ठी पढ़ना, उनके जवाब भेजना और बच्‍चों को भेजे जाने वाले खिलौनों की वर्कशॉप की देखरेख करना। रोवानिएमी आने वाले पर्यटक सांता के साथ फोटो खिंचवाना नहीं भूलते। हालांकि फोटो खींचने का काम इनके ऑफ‍िस के कर्मचारी ही करते हैं। 

    सांता के घर में जाने के लिए कोई भी चार्ज नहीं वसूला जाता है, लेकिन फोटो खिंचवाने के लिए चार्ज देना पड़ता है। हर साल क्रिसमस के मौके पर कई दूर से पर्यटक इस गांव में आते है। लेकिन पिछले दो सालों से चल रहे कोरोना महामारी के चलते यहां आने के लिए कुछ गाइडलाइन बनाई गई है जिसके तहत आपको कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है।