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Pic: ANI

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    नई दिल्ली. जहां एक तरफ त्रिपुरा में चुनाव (Tripura Elections 2023) की बिगुल बज गए हैं. वहीं इस चुनाव के लिए अब त्रिपुरा के अनेकों मतदान केंद्रों पर EVM और VVPAT भेजने की तैयारी अगरतला के EVM वितरण केंद्रों पर चल रही है। जानकारी हो कि राज्य में कल यानी 16 फरवरी को मतदान होगा।

    वहीं अब त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने अपनी पूरी तैयारी कर ली है। अब यहां लोग भयमुक्त होकर चुनाव में अपनी भागेदारी कर सकें, उसके लिए चुनाव आयोग ने कई रणनीति बनाई हैं। इसके साथ ही खास नंबर जारी किए गए हैं। साथ ही साथ आज अंतरराष्ट्रीय सीमा को चुनाव तक सील कर दिया गया है। त्रिपुरा के साथ लगने वाले अन्य सभी राज्यों की सीमाएं सील कर दी गई हैं।

    यहां ‘शून्य मतदान हिंसा मिशन’को हासिल करने की रणनीति के तहत चुनाव आयोग ने 60 विधानसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक के लिए एक अलग लैंड लाइन फोन, मोबाइल और व्हाट्सएप नंबर भी जारी कर दिया है। 

    इसके साथ ही साथ ही मतदान के दिन यदि किसी को मतदान प्रक्रिया में किसी प्रकार की समस्या की स्थिति में मतदाताओं से इन नंबरों पर संपर्क करने का आग्रह किया। विपक्षी पार्टियों ने चुनाव आयोग से हिंसा मुक्त चुनाव कराने की मांग है, ताकि लोग भयमुक्त होकर अपने मताधिकारों का प्रयोग कर सकें।

    वहीं इस बार आयोग ने चौबीसों घंटे निगरानी के लिए, विशेष रूप से मतदान के दिन, एक सिविल सेवा अधिकारी के साथ-साथ प्रत्येक मतदान केंद्र के लिए जमीनी स्तर के पुलिस अधिकारियों को नामित किया है। ऐसे में जो कोई भी अराजक तत्व बूथ कैप्चरिंग, जबरदस्ती, डराना-धमकाना या किसी भी मतदाता को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से डराने-धमकाने और उसे मतदान केंद्र पर जाकर वोट डालने से रोकने का अपराध करता है, तो अपराधी के खिलाफ लोक अधिनियम, 1951 की धारा 35 ए (सी) के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

    चुनाव आयोग के अनुसार बीते 9 फरवरी से 11 फरवरी तक लगभग 8,500 विकलांग और 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं ने मतपत्रों के माध्यम से अपने लोकतांत्रिक प्रयोग का प्रयोग किया है। वहीं लगभग 56,000 मतदान और सुरक्षा कर्मियों और चुनाव से जुड़े अन्य कर्मचारियों ने डाक मतपत्रों के माध्यम से अपना वोट डाला है। बीते रविवार को पोस्टल बैलेट वोटिंग का आखिरी दिन था। अब कल यानी गुरूवार 16 फरवरी को राज्य में मतदान होगा।