चंद्रकांत पाटिल : इस यू टर्न को उद्धव ठाकरे टर्न के तौर पर जाना जाये

मुंबई, महाराष्ट्र में कभी युति मित्र रहे शिवसेना और बीजेपी में अभी भी कटाक्ष के दौर काम नहीं हो रहे हैं। ताजा प्रकरण महाराष्ट्र के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का है जिन्होंने मुख्यमंत्री

Loading

मुंबई, महाराष्ट्र में कभी युति मित्र रहे शिवसेना और बीजेपी में अभी भी कटाक्ष के दौर काम नहीं हो रहे हैं। ताजा प्रकरण महाराष्ट्र के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल का है जिन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर तल्ख़ टिपण्णी करते हुए कहा कि किसानों की कर्जमाफी वायदे पर उद्धव अपनी बात से पलट रहे हैं और इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कह डाला की मुख्यमंत्री के इस तरह के यू टर्न को उद्धव ठाकरे टर्न के तौर पर जाना जाए।  

चंद्रकांत पाटिल  ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि " शुरुआत में ठाकरे ने किसानों की पूर्ण कर्जमाफी का वादा किया था। वहीं  अब उन्होंने घोषणा कर केवल दो लाख रुपये तक के कर्ज माफ़ी की बात की है। हम समझते है की मुख्यमंत्री की भी कि कुछ सीमाएं होती है। लेकिन अब उन्हें कम से कम यह पता चलेगा कि घोषणा करने और उसे लागू करने में क्या भिन्नता होती है।  उनका यह यू टर्न अब उद्धव जी ठाकरे टर्न के रूप में आगे से जाना जाएगा।"  इसके पहले विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने भी आरोप लगाया था कि सरकार ने पूरा कर्ज माफ करने का अपना वादा पूरा नहीं कर रही है।उन्होंने यह भी कहा था  कि शिवसेना सरकार किसानों को बेमौसम बरसात के कारण हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रति हेक्टेयर पच्चीस हजार रुपए की सहायता देने में भी पूरी  विफल रही है।
 
विदित हो कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य विधानसभा में किसानों के लोन को माफ करने संबंधी यह ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि यह राशि सीधे बैंकों में जमा की जाएगी। ठाकरे के अनुसार  यह योजना अगले वर्ष  मार्च से लागू होगी ।उद्धव ठाकरे ने इसे महात्मा ज्योतिराव फुले ऋण माफी योजना (Mahatma Jyotirao Phule loan waiver scheme)  का नाम दिया है। शिवसेना प्रमुख ने राज्य विधानसभा में कहा था कि , ”मेरी सरकार 30 सितंबर, 2019 तक बकाया कृषि ऋण को माफ करेगी। अधिकतम दो लाख रुपये तक का लोन माफ किया जाएगा।” उन्होंने ये भी कहा था  कि इसके अलावा समय पर कर्ज का भुगतान करने वाले किसानों के लिए अलग एक विशेष योजना लाई जाएगी। इसके साथ ही महाराष्ट्र के वित्तमंत्री जयंत पाटिल ने कहा था कि यह कर्ज माफी शर्तरहित होगी और इसका विवरण भविष्य में मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी किये जायेंगे। वहीं राज्य के खजाने पर इस कदम से कितना वित्तीय भार पड़ेगा इस पर महाराष्ट्र सरकार ने अभी कुछ भी नहीं कहा गया है।

 
आपको ये भी बता दें शिवसेना ने हाल में राकांपा एवं कांग्रेस के सहयोग से महाराष्ट्र में सरकार-गठन किया है। राज्य में किसानों के लिए कर्जमाफी का यह मुद्दा समय-समय पर उठता रहा है।