नई दिल्ली: भारतीय छात्रों (Indian Students) के लिए बड़ी खबर हैं। हाल ही में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने भारतीय स्टूडेंट्स को सलाह दी है। उन्होंने कहा कि, भारतीय स्टूडेंट्स (Indian Students) पाकिस्तान (Pakistan) के किसी कॉलेज या शैक्षणिक संस्थान में एडमिशन न लें। यदि उन्होंने पाकिस्तान (Pakistan) के किसी संस्थान से एजुकेशन ली, तो वह देश में नौकरी (Job) या अन्य शिक्षा हासिल नहीं कर पाएंगे।
एडवाइजरी में कहा गया है कि भारतीय स्टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि, वह हायर एजुकेशन (Higher Education) के लिए पाकिस्तान न जाएं। यदि कोई भी भारतीय नागरिक या भारतीय मूल का विदेश नागरिक (OIC) पाकिस्तान के किसी कॉलेज या शिक्षण संस्थान में प्रवेश लेना चाहता हैं, तो वह में नौकरी या उच्च शिक्षा नहीं कर पाएगा।
इसके अलावा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने बताया कि, जो लोग पाकिस्तान से आए हैं, उन लोगों पर यह नियम लागू नहीं होगा। पाकिस्तान से आए लोग और उनके बच्चे, जिन्हें भारत की नागरिकता मिल गई है। वह लोग गृह मंत्रालय की मंजूरी के बाद ही भारत में नौकरी कर सकते हैं।
UGC & AICTE has advised students not to travel to Pakistan for pursuing higher education. pic.twitter.com/L1vl5XmotQ
— ANI (@ANI) April 23, 2022
बता दें कि, इससे पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) ने भारतीय स्टूडेंट्स को चीन के शिक्षण संस्थानों में प्रवेश न लेने की सलाह दी थी। अब अब यूजीसी और एआईसीटीई ने पाकिस्तान के शैक्षणिक संस्थानों के लिए नई एडवाइजरी जारी की है।
दरअसल, हर साल जम्मू-कश्मीर के कई स्टूडेंट्स पाकिस्तान के इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन ले रहे हैं। अभी तक सैकड़ों कश्मीरी छात्र पाकिस्तान के तकनीकी कॉलेजों में एडमिशन ले चुके हैं।
भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद का कहना है कि, गैर मान्यता प्राप्त संस्थानों में पढाई करने के बाद मिलने वाली डिग्री भारत के शिक्षण संस्थानों की डिग्री के बराबर नहीं होती। इस वजह से डिग्री होने के बाद भी स्टूडेंट्स को भारत में नौकरी मिलने में मुश्किलें होती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है।
पिछले साल भी तकनीकी शिक्षा परिषद के सदस्य सचिव ने इससे संबंधित आधिकारिक सूचना जारी की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रमों में दाखिले से पहले यह एनओसी हासिल करनी जरूरी है।