उज्जैन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की समृद्धि और ज्ञान का नेतृत्व किया है। मोदी ने मंगलवार शाम को यहां स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद 856 करोड़ रुपये की लागत वाली श्री महाकाल लोक गलियारा परियोजना के पहले चरण का उद्घाटन करने के बाद एक सार्वजनिक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह परियोजना उज्जैन की जीवंतता को बढ़ाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘ उज्जैन ने हजारों वर्षों तक भारत की संपन्नता और समृद्धि, ज्ञान और गरिमा और साहित्य का नेतृत्व किया है। उज्जैन के छण-छण में इतिहास सिमटा हुआ है। कण-कण में अध्यात्म समाया हुआ है और कोने-कोने में ईश्वरीय ऊर्जा संचारित हो रही है।”
पूरी गति से हो रहा श्रीराम मंदिर का निर्माण
मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत काल में भारत ने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और अपनी विरासत पर गर्व जैसे पंच प्राण का आह्वान किया है, इसलिए आज अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण पूरी गति से हो रहा है। उन्होंने कहा कि काशी में विश्वनाथ धाम भारत की संस्कृति का गौरव बढ़ा रहा है, सोमनाथ में विकास के कार्य नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं तथा उत्तराखंड में बाबा केदार के आशीर्वाद से केदारनाथ, बद्रीनाथ तीर्थ क्षेत्र में विकास के नए अध्याय लिखे जा रहे हैं।
#WATCH | In #AzadiKaAmritMahotsav, today the construction of the grand Shri Ram temple in Ayodhya is going on at full speed. Vishwanath Dham in Kashi is adding pride to India's culture: Prime Minister Narendra Modi at the inauguration of Shri Mahakal Lok in Ujjain pic.twitter.com/yTW5lLmqu6
— ANI (@ANI) October 11, 2022
स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना
प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार चार धाम परियोजना के जरिए, हमारे चारों धाम सर्वमौसम मार्ग से जुड़ने जा रहे हैं तथा आजादी के बाद पहली बार करतारपुर साहिब खुला है। उन्होंने कहा, ‘‘ स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना से देशभर में हमारी आध्यात्मिक चेतना के ऐसे कितने ही केंद्रों का गौरव पुन: स्थापित हो रहा है। और अब इसी कड़ी में भव्य और अतिभव्य महाकाल लोक भी अतीत के गौरव के साथ, भविष्य के स्वागत के लिए तैयार हो चुका है।”
प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा भारत
मोदी ने कहा कि उज्जैन जैसे हमारे स्थान खगोल विज्ञान, एस्ट्रोनॉमी से जुड़े शोधों के शीर्ष केंद्र रहे हैं तथा आज नया भारत जब अपने प्राचीन मूल्यों के साथ आगे बढ़ रहा है, तो आस्था के साथ-साथ विज्ञान और शोध की परंपरा को भी पुनर्जीवित कर रहा है। उन्होंने कहा कि महाकाल के आशीर्वाद से भारत की भव्यता पूरे विश्व के विकास के लिए नई संभावनाओं को जन्म देगी एवं भारत की दिव्यता पूरे विश्व के लिए शांति के मार्ग प्रशस्त करेगी। संबोधन से पहले मोदी ने महाकालेश्वर मंदिर में बने 900 मीटर से अधिक लंबे महाकाल लोक गलियारे का उद्घाटन किया।