‘विराट’ राष्ट्रपति सुरक्षा बेड़े का वह घोडा जिसे मिला कॉमिडेशन अवार्ड, प्रधानमंत्री मोदी खुद को उसे छूने से रोक नहीं पाए

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    नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस के मौके पर देश के वीर सपूतों ने दुनिया और भारत के दुश्मनों को अपना शौर्य और ताकत दिखाई। वहीं इस दौरान एक ऐसा भी पल आया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खुद को उसके पास जाने और उसको दुलारने से रोक नहीं पाए। हम बात कर रहे हैं, राष्ट्रपति के सुरक्षा बेड़े में शामिल घोड़े विराट की। जिसे आज राष्ट्रपति ने अपनी सेवा से रिटायर कर दिया। ज्ञात हो कि, विराट ने 19 साल तक कई राष्ट्रपति को सुरक्षा दी है। 

    भारत आज अपना 73वां गणतंत्र दिवस मन रहा है। राजपथ पर परेड का आयोजन किया गया। इस परेड के समाप्त होते ही राष्ट्रपति कोविंद ने अपने सुरक्षा बेड़े में शामिल विराट को सेवानिवृत्त कर दिया। विराट की विदाई के लिए पीएम मोदी, राष्ट्रपति और खुद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह राजपथ पर पहुंचे उसे विदा किया। इस दौरान सभी ने उसके सफल जीवन की मनोकामना की। 

    चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमांडेशन कार्ड से सम्मानित  

    राष्ट्रपति के अंगरक्षक बेडे में शामिल विराट कोई आम घोड़ा नहीं है। वह होनोवेरियन नस्ल का घोड़ा है। उसने रिमाउंट ट्रेनिंग स्कूल हेमपुर से ट्रेनिंग पूरी की थी। जिसके बाद 2003 में राष्ट्रपति के अंगरक्षक फैमिली में शामिल किया गया था। अपने 19 साल की सेवा में प्रतिभा सिंह पाटिल, प्रणव मुखर्जी और रामनाथ कोविंद की सुरक्षा की।  भारतीय सेना ने विराट को उसकी योग्यता, वीरता औऱ सेवाओं के लिए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमांडेशन कार्ड से सम्मानित किया है।

    प्रधानमंत्री मोदी ने दिया सेवा से विदाई

    विराट के विदाई के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसे छूने से खुद को रोक नहीं पाए। वह राष्ट्रपति और राजनाथ सिंह के साथ राजपथ पर पहुंचे और विराट को प्यार से दुलारने लगे। इसी के साथ पीएम मोदी ने वहां मौजूद अधिकारियों से विराट को लेकर जानकारी भी मांगी।