मोदी सरकार का बड़ा फैसला, अब Aadhar कार्ड को वोटर आईडी से करना होगा लिंक, पढ़ें डिटेल्स

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    नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार ने चुनाव सुधारों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है।  बुधवार को कैबिनेट ने एक विधेयक को हरी झंडी है। जिसमें फेक वोटिंग और वोटर लिस्ट में दोहराव पर लगाम लगाने के लिए वोटर आईडी को आधार कार्ड (Voter ID Aadhaar Link) से जोड़ेने और एक ही मतदाता लिस्ट को तैयार करने सहित कई चीजों का समावेश है। ऐसे में अब आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक करना पड़ेगा।  

    ज्ञात हो कि जो विधेयेक पेश किया है उसमें इस चीज का भी प्रावधान है कि एक साल के भीतर चार अलग-अलग तारीखों पर वोटर के तौर पर युवा अपना नाम नाम दर्ज करा सकेंगे। मौजूदा समय में यह व्यवस्था थी कि एक जनवरी को कट ऑफ की तारीख होने के कारण वोटिंग लिस्ट में कई युवा अपना नाम नहीं दर्ज करवा पाते थे।   

    गौर हो कि वर्तमान में कट ऑफ की तारीख होने की वजह से दो जनवरी को 18 साल इ उम्र पूरी होने के बावजूद भी युवा अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पाते थे। जिसके कारण उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ता था। लेकिन अब विधयेक में सुधार के बाद उन्हें साल में चार दफा नामांकन करने का मौका मिलेगा। 

    उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग की तरफ से लगातार पात्र मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने की इजाजत देने के लिए कई ‘कटऑफ डेट्स’ देने की वकालत लगातार की जा रही थी। इलेक्शन कमीशन ने सरकार को अवगत कराया था कि एक जनवरी के कटऑफ के कारण कई युवा वोटर लिस्ट में अपना नाम दर्ज नहीं करा पाते थे। इस फैसले से कई जगह से वोटर रजिस्‍ट्रेशन पर लगाम लगेगी।