नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी (Wasim Rizvi Converts) ने इस्लाम (Islam) धर्म छोड़ अब हिंदू बन गए हैं। इसके साथ ही उनका नाम भी बदल गया है। अब वसीम रिजवी का नया नाम ‘जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी’ होगा। गाजियाबाद स्थित डासना मंदिर में यति नरसिंहानंद सरस्वती ने उन्हें सनातन धर्मं में शामिल कराया है। इस दौरान रिजवी ने कहा कि, “मुझे इस्लाम धर्म से बाहर किया गया है। हमारे सिर पर हर शुक्रवार को इनाम बढ़ाया जाता है”।
इस्लाम छोड़कर हिन्दू बनने के बाद जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी (वसीम रिजवी) ने कहा, ”धर्म परिवर्तन की यहां कोई बात नहीं है, जब मुझे इस्लाम से निकाल दिया गया तो फिर मेरी मर्जी है कि मैं कौन सा धर्म स्वीकार करूं। सनातन धर्म दुनिया का सबसे पहला धर्म है, जितनी उसमें अच्छाइयां पाई जाती हैं, और किसी धर्म में नहीं है। इस्लाम को हम धर्म ही नहीं समझते। हर जुमे की नमाज के बाद हमारा सिर काटने के लिए फतवे दिए जाते हैं तो ऐसी परिस्थिति में हमको कोई मुसलमान कहे, इससे हमको खुद शर्म आती है।”
Former #UttarPradesh Shia Waqf Board chief #WasimRizvi has embraced Hinduism. New Name, Jitendra Narayan Singh Tyagi #wasimrizvi pic.twitter.com/z8sXQ1kiHd
— Manoj Pandey (@PManoj222) December 6, 2021
वसीम रिजवी ने हाल ही में अपनी वसीहत सार्वजनिक की थी। जिसमें उन्होंने कहा था कि मेरे मरने के बाद उन्हें दफनाया ना जाए, बल्कि हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाए। साथ ही उनके शरीर को भी जलाया जाये। रिजवी ने यति नरसिम्हानंद द्वारा उनकी चिता को अग्नि देने की भी इच्छा जाहिर की थी।
बता दें कि वसीम रिजवी ने कुछ दिनों पहले ऐलान किया था कि “वह सोमवार को इस्लाम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपनाएंगे, इस मौके पर यति नरसिंहानंद सरस्वती ने एक बयान में कहा कि हम वसीम रिजवी के साथ है।”।