नई दिल्ली. भारत (India) समेत दुनियाभर के देशों में लगातार ओमिक्रॉन (Omicron) के मामले सामने आ रहे हैं। इस खतरनाक वायरस ने अब तक 91 देशों में दस्तक दी है और यह तेजी से पैर पसार रहा है। ऐसे में इस वायरस का खतरा और बढ़ गया है। इस संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) (World Health Organization) की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह (Dr. Poonam Khetrapal Singh) ने कहा कि कोरोना महामारी (Corona Pandemic) खत्म नहीं हुई है। वैश्विक स्तर पर इसका खतरा अधिक बना हुआ है। पता चला है कि इस वायरस के खिलाफ कोविड वैक्सीन (COVID Vaccine) का असर कम हो सकता है। ऐसे में ओमिक्रॉन (Omicron) को हलके में न ले।
डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, “वर्तमान के सीमित साक्ष्य के आधार पर ओमिक्रॉन किसी अन्य वैरिएंट से तेज फैल रहा है। ऐसा पहले किसी वैरिएंट के साथ नहीं देखा गया है। दक्षिण अफ्रीका के उभरते हुए आंकड़े बताते हैं कि ओमिक्रॉन के साथ पुन: संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। हालांकि ठोस निष्कर्ष निकालने के लिए अधिक डेटा की आवश्यकता है।”
However, more data are needed to draw firmer conclusions. There is still limited data on clinical severity associated with Omicron. More information on case severity associated with Omicron is expected in the coming weeks: Dr Poonam Khetrapal Singh of WHO (2/2) pic.twitter.com/KT1MPGzjU5
— ANI (@ANI) December 17, 2021
उन्होंने कहा, “ओमिक्रॉन से जुड़ी नैदानिक गंभीरता पर अभी भी सीमित डेटा है। आने वाले हफ्तों में ओमिक्रॉन से जुड़े मामले की गंभीरता के बारे में अधिक जानकारी की उम्मीद है।”
डॉ. सिंह ने कहा, “हमें ओमिक्रॉन को हल्के ढंग से खारिज नहीं करना चाहिए। भले ही ओमिक्रॉन कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है। मामलों की संख्या एक बार फिर स्वास्थ्य प्रणालियों को प्रभावित कर सकती है।” उन्होंने कहा, “वैश्विक स्तर पर COVID-19 का खतरा अधिक बना हुआ है। वैरिएंट का उभरना याद दिलाता है कि महामारी खत्म नहीं हुई है।”
The risk of COVID-19 remains high globally. The emergence of variants is a reminder that the pandemic is far from over: Dr Poonam Khetrapal Singh, Regional Director, WHO South-East Asia pic.twitter.com/aguoIRa4tz
— ANI (@ANI) December 17, 2021
उन्होंने कहा, “प्रारंभिक आंकड़ों से पता चलता है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण के खिलाफ टीकों की प्रभावशीलता कम हो सकती है। हालांकि ओमिक्रॉन के खिलाफ टीकों के प्रदर्शन का पूरी तरह से आकलन करने के लिए पर्याप्त सबूत होने में कुछ और सप्ताह लगेंगे।”
उल्लेखनीय है कि ओमिक्रॉन अब तक भारत के कुल 12 राज्यों में एंट्री ले चूका है। देश में संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 115 हो गया है। जिसमें सबसे ज्यादा 40 मामले महाराष्ट्र में मिल चुके हैं। इसके अलावा राजधानी दिल्ली में (22), राजस्थान में (17), कर्नाटक (8), तेलंगाना (8), गुजरात (7), केरल (7), उत्तर प्रदेश (2), आंध्र प्रदेश (1), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और पश्चिम बंगाल में (1) ओमिक्रॉन केस मिला हैं।